
दिलीप कुमार
उत्तर प्रदेश में बीजपी से पहले बसपा और सपा शासन कर चुकी है, लेकिन उनके शासन और काम करने का तरीका परंपरागत था, जबकि वर्तमान में सीएम योगी प्रदेश कोने-कोने तक विकास पहुंचाने को लेकर नए-नए गुर अपना रहे हैं, जो खासा चर्चा में है।

आपको बता दें कि योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में जन कल्याण के लक्ष्य को साधने के लिये अगले पांच साल में जमीनी स्तर पर काम करने का खाका तैयार कर ग्राउंड जीरो पर उतरने का फैसला कर लिया है।
सीएम कार्यालय के सूत्रों से गुरुवार को मिली जानकारी के अनुसार सीएम योगी और उनके मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों ने जनता के बीच रहकर रोजगार सृजन और किसान कल्याण जैसे अन्य महत्वपूर्ण लक्ष्य हासिल करने की रणनीति को अमलीजामा पहना दिया है।
इसके तहत शासन की ओर से सभी मंत्रियों के लिए दिनवार एजेंडा तय किया गया है। इसमें कहा गया है कि सभी मंत्री सप्ताह के अंतिम तीन दिन शुक्रवार, शनिवार, रविवार को जिलों में रात्रि प्रवास करेंगे। इनमें मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जिले में भी सप्ताहांत के दौरान एक दिन रात्रि प्रवास करना होगा।
इसके अलावा मंत्री सप्ताह में चार दिन (सोमवार, मंगलवार, बुधवार और गुरुवार) को लखनऊ में रह कर अपने विभागीय काम पूरे करेंगे। इस दौरान मंत्रीगण लखनऊ में सोमवार को जनसमस्याओं के निस्तारण के लिए अपने दफ्तरों में शासकीय कार्यों के साथ जनसुनवाई करेंगे
मंगलवार को मंत्रिमंडल की संभावित बैठक में हिस्सा लेकर जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। मंगलवार या बुधवार को शासन की ओर से गठित कमेटियों की होने वाली बैठकों में मंत्री शामिल भी होंगे।
एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस कार्ययोजना को जल्द ही अमल में लाया जाएगा। इस बाबत मुख्यमंत्री योगी ने सभी मंत्रियों को आवश्यक निर्देश पहले ही जारी कर दिये हैं।
योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि योजनाओं के क्रियान्वयन में अधिक से अधिक रोजगार सृजन पर फोकस करें। इसके साथ ही विभागीय कार्यों तथा जनकल्याण की योजनाओं को और बेहतर तरीके से लाभार्थियों तक पहुंचाने का प्रयास करने को कहा गया है।
गौरतलब है कि योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में शपथ ग्रहण के एक महीने के भीतर ही अगले पांच साल की कार्ययोजना का खाका तैयार कर इसे जमीन पर उतारने की तैयार कर ली है। योगी ने सभी विभागों से सौ दिन, छह महीने और पांच सालों की कार्ययोजना का रोडमैप ले लिया है। मुख्यमंत्री की निगरानी में इस कार्ययोजना को अमल में लाया जायेगा।
बहरहाल योगी विकास और रोजगार को क्रियान्वित करने के लिए इस तरह के नए-नए तरीके तो जरूर अपना रहें हैं, यह कितना कारगर शाबित होगा, इसका अंदाजा समय बीतने पर ही पता चलेगा।