महाकुंभ भगदड़: हादसे के बाद योगी सरकार ने अनुभवी अधिकारियों की तैनाती की..
प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से 30 मौतों के बाद सीएम योगी की सरकार ने इंतजाम सुधारने के लिए आशीष गोयल और भानु गोस्वामी की तैनाती करने का फैसला किया है
प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से 30 मौतों के बाद सीएम योगी की सरकार ने इंतजाम सुधारने के लिए आशीष गोयल और भानु गोस्वामी की तैनाती करने का फैसला किया है. ये दोनों 2019 अर्धकुंभ के अनुभवी अधिकारी हैं. दोनों अधिकारियों के पास इस तरह के आयोजन का अनुभव रहा है.बता दे की दोनों अधिकारियों का अनुभव अर्धकुंभ 2019 में अत्यधिक सफल रहा था, जब उन्होंने विजय किरण के साथ मिलकर कुंभ का सफलतापूर्वक आयोजन किया था। भानु गोस्वामी उस समय प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट और प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष थे, जबकि आशीष गोयल अर्धकुंभ मेला के प्रभारी थे। अब उनके अनुभव का लाभ महाकुंभ के आयोजन में लिया जाएगा।
राज्य सरकार इस घटना से बेहद आहत है. खुद सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस घटना के बाद से बेहद भावुक दिख रहे हैं. बुधवार को मौनी अमावस्या पर उमड़ी करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ के दबाव के कारण यह घटना घटी थी. अब इंतजामों को और भी चाकचौबंद और व्यवस्थित करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने दो सबसे भरोसेमंद आईएएस अधिकारियों को महाकुंभ में भेजा है.
इसके साथ ही प्रयागराज की सीमा से लगे जिलों के वाहनों को जिला सीमाओं पर रोक दिया जा रहा है, साथ ही 4 फरवरी तक शहर में चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। कोई विशेष पास जारी नहीं किए जाएंगे और बिना किसी अपवाद के क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि सड़कों पर काम करने वाले रेहड़ी-पटरी वालों को खाली जगहों पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए, ताकि यातायात में कोई व्यवधान न हो। श्रद्धालुओं को जमीनी स्थिति के अनुसार आने-जाने की अनुमति दी जानी चाहिए। मेले के भीतर सभी होल्डिंग क्षेत्रों में भोजन और पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए। योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि अमृत स्नान 3 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन होगा।