यमुना के दबाव से डरी दिल्ली, सरकार ढूंढ रही सुरक्षित जमीन

नई दिल्ली| खतरे के निशान को पार कर चुका यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और मंगलवार को यह 206.03 मीटर तक पहुंच गया। बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है क्योंकि जलस्तर बढ़ रहा है और स्थिति गंभीर है। कुछ लोग दूसरी जगह जाने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन हम उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं।”

 

यमुना नदीं में बाढ़

केंद्रीय जल आयोग ने अपने पूर्वानुमान में शाम तक जलस्तर में कमी आने की बात कही है। अधिकारी ने कहा, “नदी का प्रवाह स्थिर है, लेकिन अधिक बारिश इस प्रवाह को प्रभावित कर सकती है। हम इस पर करीबी नजर रखे हुए हैं।” दिल्ली में 1978 में सबसे खराब बाढ़ देखी गई जब नदी का जलस्तर रिकॉर्ड 207.49 मीटर पर पहुंच गया था।

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गौरतलब है कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार कर जाने के कारण यमुना से सटे कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा, जिसके बाद अधिकारियों ने शनिवार से सैकड़ों लोगों को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में जारी भारी बारिश और दिन के दौरान हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया है।

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