विश्व की सबसे लंबी साइक्लिंग रेस का मास्को में हुआ आगाज

मास्को। विश्व की सबसे लंबी रेड बुल ट्रांस-सिबेरियन एक्सट्रीम अल्ट्रा-स्टेज साइकिल रेस का पहला चरण यहां भारतीयों की भागीदारी के साथ मंगलवार को शुरू हो गया। रेस 15 चरणों में होगी और इसके तहत कुल 1372 किमी की दूरी नापी जाएगी।

 साइक्लिंग रेस

समाचार एजेंसी तास की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रांस-सिबेरियन रेस चौथे बार आयोजित होगी जिसमें छ: साइकिल चालक भाग लेंगे।

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इनमें रूस के व्लादिमीर गुसेव, भारत के अमित सामर्थ, ब्राजील के मासेर्लो फ्लोरेंटीनो सोरेस, फ्रॉम डेनमार्क के माइकल नुडसेन, स्पेन के पेट्रीसियो डौकेट और जर्मनी के पियरे बिशॉफ शामिल हैं।

ये चालक सात जोन्स, पांच क्लाइमेट जोन्स और बाइकल झील के किनारे तथा कजाकिस्तान, मंगोलिया और चीन से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों से गुजरेंगे।

रेस का पहला चरण 314 किमी लंबा है, जो मॉस्को, व्लादिमीर और निज्नि नोवगोरोड क्षेत्रों से होते हुए एम-7 इंटरस्टेट के जरिए मास्को और निज्निी नोवगोरोड को जोड़ता है।

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रेस में भाग लेने वाले साइकिल चालक इसके बाद कजान, पर्म, येकाटेरिनबर्ग, ट्यूमेन, ओमस्क, नवसिबिस्र्क, क्रास्नोयास्र्क, इकरुटस्क, उलान-उदे, चिता, स्वोबोडनी और खाबरोवस्क से गुजरेंगे। दौड़ का अंतिम चरण 17 अगस्त को व्लादिवोस्तक पहुंचेगा।

इससे पहले 2017 में हुए रेस में सात देशों के 10 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। इनमें रूस, जर्मनी, डेनमार्क, ब्राजील, आयरलैंड, अमेरिका और फिलिपिंस थे।

रूस के एलेस्की शेबलिन पहली बार, जर्मनी के पियरे बिशॉफ दूसरी, ब्राजील के मासेर्लो फ्लोरेंटीनो सोरेस तीसरी बार हिस्सा ले रहे हैं।

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