पाकिस्तान में सुरक्षित नहीं महिलाएं, 8 महीने में उत्पीड़न के 10,000 केस

पाकिस्तान में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। इस साल केवल सिंध प्रांत से महिलाओं के खिलाफ हिंसा या दुर्व्यवहार के संबंध में लगभग 10,000 शिकायतें दर्ज हुई हैं। एक मीडिया रिपोर्ट ने यह जानकारी दी है। यह मीडिया रिपोर्ट ऐसे समय जारी की गई, जब हाल ही में लाहौर में 300 से 400 लोगों ने सारी हदें पार करते हुए एक महिला को बुरी तरह से मारा-पीटा और कपड़े तक फाड़कर हवा में उछाल दिया। यह महिला गत 14 अगस्त को मोबाइल फोन से मीनार-ए-पाकिस्तान का वीडियो बना रही थी।

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इसमें पाकिस्तान के हैदराबाद शहर में 2018 से अब तक महिला अधिकारों के उल्लंघन के 6,325 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि पंजाब महिला हेल्पलाइन को इस वर्ष अब तक 4,646 शिकायतें मिलीं। संघीय मानवाधिकार मंत्रालय के डाटा के अनुसार, महिलाओं ने ज्यादातर शिकायतें टोल फ्री हेल्पलाइन के जरिये कीं। इन शिकायतों में पारिवारिक विवाद, लिंग आधारित हिंसा और कार्यस्थलों पर शोषण की बातें हैं।

जियो न्यूज के मुताबिक, सिंध और पंजाब प्रांतों में महिला अधिकारों के लिए काम करने वाले अधिकारियों ने कहा कि महिलाओं के लिए देश नरक बन गया है। मंत्रालय के डाटा से जाहिर होता है कि पाकिस्तान में सबसे ज्यादा शिकायतें पंजाब प्रांत में दर्ज की गई हैं। देश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के कुल मामलों में से 73 फीसद अकेले पंजाब प्रांत में दर्ज किए गए।

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