सर्दियों में छोटी-मोटी बीमारियों को जड़ से उखाड़ फेंकता है यह मीठा-मीठा लड्डू

गुड़ प्राकृतिक तरीके से ताजे गन्ने के रस से तैयार किया जाता है, गन्ने की फसल शर्दियों में होती है, उसी समय गुड़ बनाया जाता जो वर्ष भर खाया और खिलाया जाता है। इसके अनेकों औषधीय प्रयोग है,  आज हम गुड के कुछ लाभकारी गुणों के विषय में चर्चा करेंगे। सर्दियों के दिनों में गुड खाना सेहत के लिए अच्छा होता है यह स्वाद के साथ सेहत को भी अच्छा रखता है। गुड का सेवन करने से पाचन तंत्र ठीक रहता है।

बीमारियों

गुड पाचन तंत्र को ठीक करता है इसको खाने से खून साफ होता है रोज़ खाना खाने के बाद गुड़ खाने  से पेट में ठंडक मिलती है और गैस नहीं बनती है। दूध के साथ गुड खाने से पाचन तंत्र मजबूत रहता है।

गुड़ में खून के लिए जरूरी लौह तत्व भरपूर मात्रा में होता है। अतः इसे एनीमिया के मरीजों को खाना चाहिए। गुड़ खाने से खून के बुरे तत्व साफ हो जाते है जिससे त्वचा में निखर आता है और कील मुहांसो की समस्या भी दूर रहती है।

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सर्दी में उपयोग – सर्दी खांसी में राहत मिलती है और चाय में या लड्डू में भी इसका उपयोग किया जा सकता है।

ऊर्जा का स्त्रोत – गुड़ खाने से हमें ऊर्जा मिलती है जब भी थकन या कमजोरी लगे तो गुड़ खाने से तुरंत आराम मिलता है। दमा के मरीज़ो को गुड़ या शक्कर का सेवन फायदेमंद रहता है क्यूंकि इसमें एलर्जी से लड़ने वाले तत्व होते है। हर रोज़ गुड़ के साथ अदरक का सेवन करने से जोड़ो के दर्द में आराम मिलता है।

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आवाज़ बैठ जाने पर पके चावल के साथ गुड़ खाने से आवाज़ ठीक हो जाती है। अस्थमा होने पर गुड़ और काले तिल के लड्डू खाने से आराम मिलता है। कान में दर्द होने पर गुड़ में घी मिलकर खाने से आराम मिलता है। गुड़ और सरसो का तेल मिलाकर खाने से साँस के रोग दूर होते है। आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए गुड़ और बाजरे की खिचड़ी मिलकर खाने से लाभ मिलता है। खट्टी डकारे आने पर गुड़ और सेंधा नमक मिलकर चाटने से आराम मिलता है।

 

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