“सद्गुरु सदाफलदेव जी के सपने को साकार करने के लिए हम जी-जान से जुटे हुए हैं”: नरेंद्र मोदी
उमराहा में मंगलवार (14 दिसंबर) को अपने वाराणसी दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ी रैली की, जिसमें उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया। इस दौरान मोदी ने कहा की, “जहाँ बीज होता है, वृक्ष वहीं से विस्तार लेना शुरू करता है। आज जब हम बनारस के विकास की बात करते हैं, तो इससे पूरे भारत के विकास का रोडमैप भी बन जाते हैं। आज जब विदेश से भी लोग बनारस आते हैं तो उन्हें सब बदला-बदला लगता है। रिंग रोड का काम भी काशी ने रिकॉर्ड समय में पूरा किया है। बनारस आने वाली क़ाफ़ी सड़कें भी चौड़ी हो गई हैं। जो सड़क के रास्ते बनारस आते हैं, वो सुविधाओं का फ़र्क साफ़ समझते हैं।”
मोदी ने कहा की, “काशी ने भव्य विश्वनाथ धाम महादेव के चरणों में अर्पित किया और आज विहंगम योग संस्थान का ये अद्भुत आयोजन हो रहा है। इस दैवीय भूमि पर ईश्वर अपनी अनेक इच्छाओं की पूर्ति के लिए संतों को ही निमित्त बनाता है। आज गीता जयंती का पुण्य अवसर है, आज के ही दिन कुरुक्षेत्र की युद्ध की भूमि में जब सेनाएं आमने सामने थीं, मानवता को योग, आध्यात्म और परमार्थ का परम ज्ञान मिला था। सद्गुरु सदाफलदेव जी ने समाज के जागरण के लिए विहंगम योग को जन-जन तक पहुँचाने के लिए यज्ञ किया था। आज वो संकल्प बीज हमारे सामने इतने विशाल वट वृक्ष के रूप में खड़ा है। हमारा देश इतना अद्भुत है कि, यहाँ जब भी समय विपरीत होता है, कोई न कोई संत-विभूति, समय की धारा को मोड़ने के लिए अवतरित हो जाती है। ये भारत ही है जिसकी आज़ादी के सबसे बड़े नायक को दुनिया महात्मा बुलाती है।”
मोदी ने बताया कि, “पिछले कुछ सालों में बनारस आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या दोगुना हो गई है। अकेले बाबतपुर एयरपोर्ट पर 30 लाख़ का आंकड़ा पार किया है। सद्गुरु सदाफलदेव जी के सपने को साकार करने के लिए हम जी-जान से जुटे हुए हैं। ‘सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास’ इसी का परिचायक है। सद्गुरु योग को जन-जन तक पहुँचाना चाहते थे और आज यह पूरा सपना साकार होते दिख रहा है। उनके विहंगम योग का लगातार दायरा बढ़ रहा है।”
यह भी पढ़े – चार धाम परियोजना को SC की मंज़ूरी