Movie Review: सस्‍पेंस और थ्रिल जबरदस्‍त पर कहानी कमजोर

फिल्म– वोडका डायरीज

वोडका डायरीज

रेटिंग– 2.5

सर्टिफिकेट– U/A

स्टार कास्ट–  के के मेनन, मंदिर बेदी, राइमा सेन

डायरेक्टर– कुशल श्रीवास्तव

प्रोड्यूसर– विशाल राज

अवधि – 1 घंटा 58 मिनट

म्यूजिक–  संदेश सांदिल्य, परवेज बंद

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कहानी– फिल्म वोडका डायरीज की कहानी मनाली की है। वहां के वोडका डायरीज क्लब में एक रात लगातार चार खून हो जाते हैं। सस्‍पेंस और थ्रि‍ल से भरे इस केस को सुलझाने की जिम्‍मेदारी एसीपी अश्‍विनी दीक्षित (केके मेनन) को दी जाती है।

केस सुलझाते-सुलझाते अश्विनी इसमें बुरी तरह फंस जाते हैं। खूनी समय समय पर अश्विनी को चैलेंज करने के लिए उसे कॉल करता है। आवाज के मुताबिक वह खूनी कोई महिला है। एक दिन खूनी अश्विनी की पत्‍नी शिखा (मंदिरा बेदी) को किडनैप कर लेती है।

इन सबके बीच अचानक से मुर्दा घर से चारों लाशें गायब हो जाती हैं। इसके बाद केस और भी ज्‍यादा पेंचीदा हो जाता है। खूनी के मुताबिक उन सभी खून के पीछे एक ही वजह है। जैसे ही अश्विनी खून के पीछे की वजह जान लेंगे तो उनकी पत्‍नी उन्‍हें मिल जाएगी। लेकिन इस केस को सुलझाने के लिए एसीपी को बहुत जद्दोजहद करनी पड़ती है। अंत में जाकर वह खूनी अश्विनी की पकड़ में आ जाता है। लेकिन वह खूनी असल में कौन है इस बात का खुलासा तो सिनेमाघर में ही होगा।

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एक्टिंग–  एसीपी अश्विनी के किरदार को के के मेनन ने बहुत ही अच्छे से निभाया है। सभी स्‍टार्स के मुकाबले के के मेनन की एक्‍टिंग बेहद उम्‍दा रही है। इनके अलावा बाकी किरदारों ने भी अपने अपने किरदारों को बखूबी अदा किया है। के के मेनन के अलावा राइमा की एक्‍टिंग जबरदस्‍त है। वहीं सीनियर एक्‍ट्रेस होने के बावजूद मंदिरा की एक्‍टिंग कई जगह बनावटी लगी है।

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डायरेक्शन–  कुशल श्रीवास्तव ने ‘वोदका डायरीज’ से डायरेक्‍शन में डेब्‍यू किया है। उनकी पहली कोशिश सराहनीय है। फिल्म का डायरेक्‍शन तो ठीक ठाक है लेकिन इसमें और सुधार किए जा सकते थे। फिल्म की कहानी निराश करती है। कई जगह इसकी कहानी भटकी हुई नजर आती है। फर्स्‍ट हॉफ के मुकाबले फिल्म का सेकेंड हाफ बेहद निराश करता है। फिल्म कई जगह पर दर्शकों को बाधे रखने में नाकामयाब साबित होती है।

म्‍यूजिक – फिल्म के गाने कहानी के मुताबिक काफी सटीक हैं लेकिन काई भी गाना दर्शकों पर जादू चलाने में कामयाब नहीं हो पाया।

देखें या नहीं–  सस्‍पेंस और थ्रिल से भरपूर फिल्‍म देखना पसंद है तो ‘वोडका डायरीज’ देखने सिनेमाघर जरूर जा सकते हैं।

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