पुण्यतिथि विशेषः विनोद खन्ना की वो आखिरी ख्वाहिश जो कभी नहीं हुई पूरी

मुंबई : बॉलीवुड के जाने-माने एक्टर विनोद खन्ना की आज पहली पुण्यतिथि है। आज उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर आइए जानते हैं उनकी अधूरी ख्वाहिश के बारे में। हम सभी को ऐसा लगता है कि अगर हमारे पास शोहरत और पैसा हो तो हम कुछ भी कर सकते है। जब भी फ़िल्मी स्टार को हम मूवीज या किसी शो में देखते है तो एक बार जरुर हमारे जहन में आता है कि इनके पास किसी भी चीज की कमी नहीं होगी। इनके दिल में जो भी ख्वाहिश होती होगी। वो उन्हें पूरा कर लेते होंगे। लेकिन ऐसा कतई नहीं होता। कुछ इच्छाएं होती हैं जो अधूरी ही रह जाती है. ऐसा ही कुछ विनोद खन्ना के साथ हुआ था. विनोद की आखिरी ख्वाहिश काफी पूरी नहीं हो पाई।

विनोद की आखिरी ख्वाहिश

फिल्म जगत के हर दिल अजीज रहे विनोद की एक ख्वाहिश हमेशा अधूरी रहेगी। दुनिया को अलविदा कहने से पहले विनोद अपने पुश्तैनी घर को एक बार देखना चाहते थे, जो कि पाकिस्तान के पेशावर में स्थित है। विनोद उस जगह को देखने चाहते थे, जहां उनके माता-पिता और पूर्वज रहे थे। उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा करने के लिए कोशिश भी की थी, लेकिन उनको इसमें सफलता नहीं मिल पाई।

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आप को बता दे कि खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में सांस्कृतिक धरोहर परिषद के महासचिव शकील वहीदुल्ला ने 2014 में अपनी भारत यात्रा की थी। इस यात्रा के दौरान वह विनोद से मिले थे। उन्होंने कहा, कि विनोद खन्ना ने ऑटोग्राफ में पेशावर के लोगों को शुभकामनाएं दी थीं और अपने पुश्तैनी शहर की यात्रा करने की इच्छा जताई थी।

मशहूर फिल्म इतिहासकार मुहम्मद इब्राहीम जिया ने कहा था कि पेशावर में खन्ना का पुश्तैनी घर मौजूद है और ऑल पाकिस्तान वूमेंस एसोसिएशन द्वारा इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।

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