वडोदरा गंभीरा पुल हादसा: 18 की मौत, दो लापता; बारिश और कीचड़ में बाधित बचाव अभियान

गुजरात के वडोदरा जिले में महिसागर नदी पर गंभीरा पुल के ढहने से हुए हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। शुक्रवार, 11 जुलाई को तीसरे दिन भी बचाव अभियान जारी है, लेकिन दो लोग अभी भी लापता हैं। बारिश और नदी में गहरे कीचड़ ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 10 टीमों के लिए तलाशी कार्य को चुनौतीपूर्ण बना दिया है।

9 जुलाई को सुबह करीब 7:30 बजे, 1985 में बने गंभीरा पुल का 10-15 मीटर लंबा हिस्सा अचानक ढह गया, जिससे दो ट्रक, एक एसयूवी, एक पिकअप वैन और एक ऑटो-रिक्शा महिसागर नदी में गिर गए। यह पुल आनंद और वडोदरा जिलों को जोड़ता है और भारी वाहनों द्वारा टोल से बचने के लिए उपयोग किया जाता था। हादसे में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है, और दो लोग लापता हैं। गुरुवार रात बचाव अभियान रोकना पड़ा, लेकिन शुक्रवार सुबह इसे फिर शुरू किया गया।

बचाव अभियान की चुनौतियां
वडोदरा कलेक्टर अनिल धमेलिया ने बताया कि नदी में 3 मीटर गहरा कीचड़ और लगातार बारिश बचाव कार्य में बाधा डाल रही है। एक कार और एक मिनी ट्रक अभी भी कीचड़ में फंसे हैं, जिनमें लापता लोग हो सकते हैं। बचाव दल नदी में 4 किमी दूर तक तलाश कर रहे हैं। नदी में डूबे एक रासायनिक टैंकर से पर्यावरणीय खतरे की आशंका के चलते गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जीपीसीबी) ने भी निरीक्षण किया। नदी में बचाव के लिए एक अस्थायी पुल बनाया गया है, और सेना के दो ट्रक फंसे वाहनों को निकालने में मदद कर रहे हैं।

सरकारी कार्रवाई और निलंबन
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सड़क एवं भवन विभाग के चार इंजीनियरों—अधिशाषी अभियंता एनएम नायकवाला, उप कार्यकारी अभियंता यूसी पटेल, आरटी पटेल, और सहायक अभियंता जेवी शाह—को निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री ने पूरे राज्य में अन्य पुलों की तत्काल जांच के आदेश भी दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की सहायता की घोषणा की, जबकि गुजरात सरकार ने मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देने का ऐलान किया।

पुल की खराब स्थिति की चेतावनी
सामाजिक कार्यकर्ता लखन दरबार ने दावा किया कि अगस्त 2022 में उन्होंने सड़क एवं भवन विभाग को पुल की जर्जर स्थिति के बारे में चेतावनी दी थी। एक वायरल ऑडियो में लखन ने अधिकारी से पुल की मरम्मत या नया निर्माण करने की मांग की थी, और वडोदरा जिला पंचायत सदस्य हर्षद सिंह परमार ने भी इस संबंध में पत्र लिखा था। हालांकि, विभाग के अधिशाषी अभियंता एनएम नायकवाला ने दावा किया कि हालिया निरीक्षण में कोई बड़ी खामी नहीं पाई गई थी।

कांग्रेस का सरकार पर हमला
कांग्रेस ने गुजरात सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2021 से अब तक राज्य में सात पुल ढह चुके हैं, जो सरकार की अक्षमता और भ्रष्टाचार को दर्शाता है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच की मांग की और कहा कि अगर मांग नहीं मानी गई तो पार्टी सड़कों पर उतरेगी।

प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे से पहले एक जोरदार धमाके जैसी आवाज आई, और पुल का हिस्सा ढह गया। एक वैन चालक अनवरभाई ने बीबीसी को बताया कि उनकी गाड़ी पीछे की ओर लुढ़कने लगी, जिसके बाद वह और अन्य यात्री कूदकर बच गए। एक अन्य जीवित बचीं सोनलबेन पधियार ने बताया कि उनकी कार नदी में सिर के बल गिरी थी।

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