Uttarakhand: कोरोना की फर्जी निगेटिव रिपोर्ट लेकर देहरादून-मसूरी घूमने आए 13 पर्यटक गिरफ्तार

उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों को अपने साथ कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लाना आवश्यक है। बिना निगेटिव रिपोर्ट के पर्यटकों को घूमने की इजाज़त नहीं हैं। ऐसे में अब कुछ लोग ऐसे भी हैं जो फर्जी निगेटिव रिपोर्ट लाकर घूमने की फिराक में हैं। पुलिस ने ऐसे 13 पर्यटकों को गिरफ्तार किया है, जो कोरोना की फर्जी रिपोर्ट बनवाकर उत्तराखंड में घुस रहे थे। आरोपी पर्यटकों को शहर के क्लेमेंट टाउन से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज कर दिया हैं।

पुलिस ने जांच के बाद नकली रिपोर्ट बनाने के आरोप में चार लोगों को भी गिरफ्तार किया है। अब तक फर्जी आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट के 100 मामलों का पता चला है। 10 जुलाई को, देहरादून जिला प्रशासन ने शहर में पर्यटकों की भारी आमद को देखते हुए मसूरी आने वाले लोगों के लिए नेगटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया।

यह प्रतिबंध पर्यटकों के आकर्षण के केंद्र में आने वाले लोगों और पर्यटकों द्वारा बड़े पैमाने पर COVID ​​​​प्रोटोकॉल उल्लंघन के मद्देनजर आया है। राज्य सरकार ने मसूरी के केम्प्टी फॉल्स में पर्यटकों की संख्या भी घटाकर 50 कर दी है। देहरादून के अधिकारियों ने कहा था कि नेगटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के बिना शहर में प्रवेश करने वालों को कोल्हुखेत से आगे प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

COVID दिशानिर्देशों के उल्लंघन से देश में संभावित COVID तीसरी लहर के बारे में आशंका पैदा हो गई है। एएनआई ने बताया कि अधिकारियों ने पर्यटक गतिविधियों की निगरानी के लिए मसूरी में चेक-पोस्ट भी स्थापित किया है।

सोमवार को, उत्तराखंड सरकार ने राज्य में COVID-19 लॉकडाउन को 20 जुलाई तक एक और सप्ताह के लिए बढ़ा दिया। पर्यटकों को 72 घंटे से अधिक पुरानी COVID नेगेटिव रिपोर्ट नहीं लाने के लिए कहा गया था। उन्हें स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण करने के लिए भी कहा गया।

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