UP: ATS की जांच के दौरान हुए चौंकाने वाले खुलासे, PFI के मंसूबे थे खतरनाक

UP पुलि‍स के टॉप सोर्स के मुताबिक, पीएफआई ने मुसलमानों को भी कई कैटेगरी में बांट रखा था, पीएफआई मामले की जांच कर रही उत्‍तर प्रदेश पुल‍िस को पूछताछ और जांच के दौरान कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। जो साबित करतीं है क‍ि पीएफआई कितने खतरनाक मंसूबों के साथ आगे बढ़ रहा था।

UP की राजधानी लखनऊ की एक टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र भी इन लोगों की मदद कर रहे थे, ताकी सोशल मीडिया पर भी पीएफआई अपना एजेंडा तेजी के साथ फैला सके। उदाहरण के तौर पर हाथरस मामले मे एक ही रात में पीएफआई के टेक्नोरेट्स ने 2000 नए ट्वीटर एकाउंट क्रिएट कर दिए थे और तुरन्त ही 25 हजार हैशटैग भी यूपी सरकार के खिलाफ लेख के साथ सामने आ गए थे। बाद में कई सारे एकाउंट्स को एसटीएफ ने ब्लॉक करवाया या सोशल मीडिया से हटवाया।

UP पुलिस ने इस जांच में सबसे खतरनाक तथ्य जांच में यह सामने आया है क‍ि पीएफआई के लोग शरीयत की बातों को मुस्लिम युवाओं को जोड़ तोड़कर अपने एजेंडे के हिसाब से सबको बताते थे, ताकी अपने एजेंडे को चलाने में मदद मिल सके। उदाहरण के तौर पर लखनऊ से गिरफ्तार अहमद बेग जाक‍िर अपने नाम से खुद का यूट्यूब चैनल चलाता था और इसमें वो काफी तकरीरे भी करता था। खुद को मोटिवेशनल स्पीकर बताने वाला बेग अपने जिहादी भाषणों से मुस्लिम युवाओं को भड़काने का काम भी करता था, ताकी टारगेट को आसानी से कट्टर बना सके।

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