UP सरकार उच्च शिक्षा में करेगी मदद, माँ-बाप खोने वाले स्टूडेंट्स का हो रहा सर्वे
~मोहम्मद रोमान
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर भले ही दम तोड़ने वाली हो, लेकिन इस महामारी की दूसरी लहर ने जो भयंकर तबाही मचाई है, उसकी भरपाई आसानी से नहीं की जा सकती है। इस महामारी की वजह से तमाम बच्चों ने अपने मां बाप को खो दिया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश(UP) के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मदद के लिए अपने हाथ उन बच्चों के लिए आगे बढ़ाए हैं, जिन्होंने कोरोना काल में अपने मां-बाप को खोया है।
‘मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव वी हेकाली झिमोमी ने जिला प्रशासन को भी आदेश जारी कर दिया है। इसी के साथ वाराणसी के जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी ने कहा कि 18 साल से कम उम्र के छात्र जिन्होंने कोरोनाकाल में 1 मार्च 2020 के बाद माता-पिता दोनों या एक अभिभावक को खोया है, उन्हें 2500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। इसी के साथ 18 से 23 साल के छात्र जो 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर स्नातक की डिग्री या डिप्लोमा प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें भी इसका लाभ दिया जाएगा।
आपको बता दें कि इस योजना का नीट, जेईई जैसी राष्ट्रीय, राज्यस्तरीय प्रतियोगी परीक्षा पास करने वाले मेधावियों को भी लाभ दिया जाएगा। कोरोनाकाल में अभिभावक खोने वाले छात्रों की उच्च शिक्षा यूपी सरकार कराएगी। इसके लिए सर्वे कराया जा रहा है। वाराणसी में भी यह सर्वे शुरू हो गया है। वहीं दूसरी ओर इससे पहले देश के अन्य राज्यों की सरकारे और कई विश्वविद्यालय भी कोरोना काल में छात्रों की मदद के लिए आगे आए थे।
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