
उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए लखनऊ सहित कई जिलों में 4 अगस्त को कक्षा 1 से 12 तक के सभी बोर्ड के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
लखनऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश पांडेय ने आदेश जारी कर कहा कि स्कूल वैन या बसों से रवाना हो चुके बच्चों को तत्काल वापस बुलाया जाए। देर से आए आदेश के कारण कई बच्चे स्कूल के लिए निकल चुके थे, जिसे अब वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, बहराइच और अंबेडकर नगर में भी स्कूल बंद किए गए हैं, और जिलाधिकारियों ने इन आदेशों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
मौसम और बारिश का अलर्ट
लखनऊ के आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मानसूनी ट्रफ लाइन के तराई इलाकों में बने रहने और बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र के कारण प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। 4 अगस्त के लिए 46 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, मथुरा, हाथरस, आगरा, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट है। वहीं, संतकबीरनगर, बस्ती, महाराजगंज, हरदोई, फरुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर और जालौन में यलो अलर्ट जारी है। 64 जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका है।
बारिश का प्रभाव
रविवार (3 अगस्त 2025) को लखनऊ में इस सीजन की सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई, जिसका औसत 34.7 मिमी रहा। मलिहाबाद में 52.5 मिमी और अमौसी हवाई अड्डे पर 17.9 मिमी बारिश हुई। लखीमपुर खीरी और भदोही में 120 मिमी, चित्रकूट और प्रतापगढ़ में 110 मिमी, अलीगढ़ में 100 मिमी, और वाराणसी, बलिया, प्रयागराज, मिर्जापुर में 90 मिमी बारिश दर्ज की गई। गोंडा, बहराइच, सीतापुर और बाराबंकी में हल्की से मध्यम बारिश हुई। भारी बारिश के कारण तराई और पूर्वांचल के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई है।
बाढ़ की स्थिति और सरकारी कार्रवाई
प्रदेश के 17 जिले—कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाजीपुर, मिर्जापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा और फतेहपुर—बाढ़ से प्रभावित हैं। 37 तहसीलों और 402 गांवों में बाढ़ ने तबाही मचाई है। राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि 84,392 लोग प्रभावित हैं, जिनमें से 47,906 को राहत सामग्री दी गई है। 4,015 हेक्टेयर क्षेत्र बाढ़ की चपेट में है, और 493 नावों के जरिए राहत कार्य चल रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी तेज कर दी है और राहत कार्यों में लापरवाही न बरतने के सख्त निर्देश दिए हैं।