मोदी लहर भी नहीं भेद सकी रामपुर खास विधानसभा का किला

अभिनव त्रिपाठी

उत्तर प्रदेश की सियासत में प्रतापगढ़ जिले की रामपुर खास विधानसभा सीट की अहमियत बहुत ही ज्यादा है। आपको बता दें की इस सीट पर कांग्रेस का आधिपत्य रहा है। इस सीट पर न तो मोदी लहर का कोई असर पड़ा न ही सपा-बसपा का जातीय समीकरण काम कर पाया है। सियासी सूरमा इस सीट पर अपने मझे हुए प्रत्याशियों को उतारते हैं पर नतीजा सिर्फ एक ही निकल कर आता है निराशा। इस सीट से वर्तमान समय में कांग्रेस पार्टी की कद्दावर नेत्री आराधना मिश्रा मोना विधायक है जो कि पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी की पुत्री हैं। इस सीट का एक इतिहास रहा है अभी तक हुई 12 विधानसभा चुनावों में इस सीट पर 10 बार कांग्रेस का कब्जा रहा है।

आखिर इस विधानसभा में ऐसा क्या है जिसे कोई भी लहर नहीं भेद पाई। आइए जानते है क्यों नहीं बदलता इस विधानसभा का परिणाम ।

प्रमोद तिवारी
प्रमोद तिवारी का जन्म प्रतापगढ़ जिले के लालगंज ब्लाक के संग्रामगढ़ गाँव में हुआ था। इनके हृदय में अपने जीवन के शुरुआती दिनों में ही समाजिकता का संचार होने लगा धीरे-धीरे समाजसेवा की भावना बढ़ने लगी और ये समाजसेवा राजनीति में बदल गई। जिसके फलस्वरूप इन्होंने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा और साल 1980 में पहली बार यहाँ से विधायक चुने गए। इस जीत के बाद ही मानों रामपुर खास विधानसभा की किस्मत ही बदल गई। और इसके बाद से प्रमोद तिवारी ने किसी और पार्टी के नेता को यहाँ से खाता तक नहीं खोलने दिया और लगातार अपना वर्चस्व कायम रखा। आपको बता दें की इस सीट पर प्रमोद तिवारी से पहले लगातार दो बार तेजभान सिंह विधायक चुने गए थे। प्रमोद तिवारी ने लगातार 8 बार इस सीट को जीतकर सभी आंकड़ों को ध्वस्त करते जा रहे थे तभी 2007 के विधानसभा चुनाव में सपा ने उनके खिलाफ विज्ञात सिंह को मैदान में उतारा मगर वह भी यह किला भेदने में नाकाम रहे और उन्हे 30000 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। आपको बता दें की इस सीट पर प्रमोद तिवारी 9 बार विधायक चुने गए हैं।

एक निशान बनाया विश्व रिकार्ड
प्रमोद तिवारी 1980 के बाद से लगातार 9 बार विधायक चुने गए हैं वो हमेशा कांग्रेस पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ते थे। एक दल , एक क्षेत्र और एक निशान से लगातार 9 बार जीत दर्ज करके उन्होंने गिनीज बुक में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में अंकित करवाया है। इसके अलावा ये दो बार राज्य मंत्री भी रहे हैं और प्रतापगढ़ के कई कालेजों के अध्यक्ष भी है और पिछले दो दशकों से कांग्रेस विधायक दल के नेता भी है साथ ही साथ ये राज्यसभा सदस्य भी हैं।

आराधना मिश्रा मोना
आराधना मिश्रा मोना प्रमोद तिवारी की बेटी है इनका राजनैतिक सफर एक ब्लाक प्रमुख के रूप में शुरू हुआ और प्रतिदिन राजनीति में नए कीर्तिमान स्थापित करती गई। ये वर्तमान समय में रामपुर खास की विधायक है आपको बता दें की जब 2014 में प्रमोद तिवारी राज्यसभा गए तो यहाँ पर उपचुनाव हुआ और आराधना मिश्रा मोना विधायक चुनी गईं। पिता की तरह इनके हृदय में भी अपनी जनता के लिए प्यार व दुलार है जिसका नतीजा देखने को मिलता है ये हमेशा रामपुर खास के विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय रहती है और पिता द्वारा बनाई गई राजनैतिक भूमि को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं और लगातार राजनीति की बारीकियों को सीखती जा रहीं है। इसके अलावा सरयू समाज कल्याण नामक एनजीओ भी चलाती है। इन्हे 2019 में कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया गया और किसी भी दल का नेता चुनी जानें वाली पहली महिला हैं। इनके नाम पुरबिया सम्मान सहित कई सम्मान अंकित है। 2017 में इन्होंने रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की थी इस बार के विधानसभा चुनाव में क्या मोदी – योगी का जादू इस सीट पर चल पाएगा की नहीं ये चुनाव का परिणाम तय करेगा।

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