छात्र संघ चुनाव स्थगित… आमने-सामने सपा-भाजपा, अध्यक्ष पद उम्मीदवार ने लगाये गंभीर आरोप

रिपोर्ट- पंकज श्रीवास्तव

गोरखपुर। गोरखपुर विश्वविद्यालय में 13 सितम्बर को होने वाले चुनाव के स्थगन के बाद से राजनीतिक पार्टियों ने एक दूसरे पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है। एक तरफ जहाँ सपा इसे बीजेपी की साजिश बता रही है। वहीँ दूसरी तरफ बीजेपी भी सपा को आड़े हाथ लेती नजर आ रही है।

चुनाव

इस दौरान गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पर समाजवादी छात्र सभा की अध्यक्ष पद की प्रत्याशी अनु प्रसाद धरने पर बैठ गई।

इनका आरोप है कि मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर में हंगामा हुआ। एवीबीपी के लोगों की सोची समझी साजिश थी। उन्हें लगने लगा था कि वो ये चुनाव हार रहे हैं। इसलिए उन्होंने चुनाव टलवाने के लिए विश्वविद्यालय में अराजकता फैलाया।

उनका आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन भी एबीवीपी और बीजेपी के लोगों के इशारे पर काम कर रही है। वहीँ सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष ने भी उनका पूरा साथ दिया और बीजेपी और एबीवीपी के लोगों पर जमकर निशाना साधा।

वहीँ विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के टलने पर सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा किये गए ट्वीट के सवाल पर सिचाई मंत्री और गोरखपुर जिले के प्रभारी धर्मपाल सिंह ने कहा कि गुंडई किसी की बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

लेकिन जब उनसे ये पूछा गया कि अराजकता फैलाने वाले एबीवीपी के लोग बताये जा रहे है, तो उनका साफ़ कहना है कि वो छात्र एबीवीपी के नहीं थे।

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उन्होंने नाम लिए बैगर कहा कि ये कुछ ऐसे गुंडे है। जो शिक्षा को बाधित करने के साथ ही माहौल खराब करते हैं। उन्होंने हार के डर से ये अराजकता फैलाई है। इसकी जांच करवा के इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।

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फिलहाल, माहौल को देखते हुए विश्वविद्यालय को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। और विश्विद्यालय में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं।

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