पहलवानों के विरोध पर सवालों से सड़क पर भागती दिखी केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी, कांग्रेस ने खड़े किये सवाल

यौन उत्पीड़न के आरोप में डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों के महीने भर से चले आ रहे विरोध ने केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी को इस मामले पर मीडियाकर्मियों के सवालों से भागने पर मजबूर कर दिया।

पहलवान बृज भूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन को एक लम्बा वक़्त गुज़र चूका है, इसी मुद्दे पर टिप्पणी करने के लिए कहने पर वह तेजी से चलती और फिर दौड़ती हुई दिखाई दीं। मंत्री के वायरल वीडियो को भी कांग्रेस ने ‘लेखी की प्रतिक्रिया’ को ‘तीखी प्रतिक्रिया’ बताते हुए री-शेयर किया। द्रीय मंत्री का एक मीडिया रिपोर्टर ने पीछा किया जो प्रदर्शनकारी पहलवानों पर टिप्पणी मांगता रहा। “प्रदर्शनकारी पहलवानों पर आपका क्या कहना है?” उससे पूछा गया था। इस पर मीनाक्षी लेखी ने जवाब दिया कि ‘कानूनी प्रक्रिया चल रही है।

घटना मंगलवार को पहलवानों के हरिद्वार पहुंचने से पहले की है। गौरतलब है कि पहलवान एक महीने से अधिक समय से इसका विरोध कर रहे हैं। एक महीने पहले दिल्ली पुलिस द्वारा डब्ल्यूएफआई प्रमुख और भाजपा सांसद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने में देरी के बाद उन्होंने अपना विरोध फिर से शुरू कर दिया। मंगलवार को पहलवानों ने अपना विरोध तेज करते हुए अपने पदक गंगा में विसर्जित करने का फैसला किया। विसर्जन के समय घात पर पहुंचे किसान नेता नरेश टिकैत ने पहलवानो से उनके पदक वापस ले लिए और उनकी मांगों को पूरा करने के लिए पांच दिन का समय मांगा।

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