राजस्थान के टोंक जिले में बनास नदी के पुराने फ्रेजर ब्रिज के पास एक भीषण हादसा हुआ, जिसमें जयपुर से पिकनिक मनाने आए 11 युवक नहाते समय तेज बहाव में डूब गए।

इस हादसे में 8 युवकों की मौत हो गई, जबकि 3 लापता हैं। सभी युवकों की उम्र 20 से 25 साल बताई जा रही है। स्थानीय लोगों, पुलिस, और SDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें अब तक 8 शव बरामद किए जा चुके हैं।
हादसा दोपहर करीब 12 बजे हुआ, जब जयपुर से आए 11 युवक बनास नदी के किनारे पुराने फ्रेजर ब्रिज के पास पिकनिक के लिए पहुंचे। स्थानीय लोगों के अनुसार, सभी एक साथ नहाने उतरे, लेकिन नदी का गहरा हिस्सा और तेज बहाव उनकी समझ से परे था। कुछ ही देर में युवक गहराई में चले गए और डूबने लगे। ग्रामीणों ने शोर मचाकर पुलिस को सूचित किया। टोंक पुलिस, प्रशासन, और SDRF की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन में स्थानीय गोताखोरों ने भी मदद की। 8 युवकों के शव सआदत अस्पताल ले जाए गए, जहां उन्हें मृत घोषित किया गया। बाकी 3 युवकों की तलाश जारी है, और अतिरिक्त गोताखोरों को बुलाया गया है।
मृतकों और लापता की स्थिति:
मृतक जयपुर के निवासी बताए जा रहे हैं, और उनकी पहचान की प्रक्रिया चल रही है। लापता युवकों की तलाश में SDRF और पुलिस दिन-रात जुटी है। सआदत अस्पताल में परिजनों और स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई, जहां चीख-पुकार और शोक का माहौल है।
प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई:
टोंक एसपी विकास सांगवान ने हादसे को अत्यंत दुखद बताया और लोगों से अपील की कि वे नदियों में नहाते समय सावधानी बरतें। उन्होंने कहा कि नदी का यह हिस्सा गहरा है, और वहां कोई चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। पुलिस मृतकों के परिजनों से संपर्क कर रही है और लापता युवकों की तलाश तेज कर दी गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी शोक व्यक्त किया और प्रशासन को त्वरित रेस्क्यू व राहत कार्य के निर्देश दिए।
सुरक्षा उपायों की कमी:
स्थानीय लोगों ने बताया कि बनास नदी का यह क्षेत्र गहरा और खतरनाक है, लेकिन वहां कोई चेतावनी बोर्ड, रेलिंग, या सुरक्षा कर्मी नहीं हैं। पुराना फ्रेजर ब्रिज क्षेत्र पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है, लेकिन जानकारी के अभाव में लोग अक्सर गहरे पानी में उतर जाते हैं। इस हादसे ने नदी किनारे सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है।