आज का इतिहास: मानवीय एकता और समाज सेवा के प्रति समर्पित ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय’

पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितम्बर 1916, को वर्त्तमान उत्तर प्रदेश की पवित्र ब्रजभूमि में मथुरा में नगला चंद्रभान नामक गाँव में हुआ था। इनके बचपन में एक ज्योतिषी ने इनकी जन्मकुंडली देख कर भविष्यवाणी की थी कि आगे चलकर यह बालक एक महान विद्वान एवं विचारक बनेगा,एक अग्रणी राजनेता और निस्वार्थ सेवाव्रती होगा मगर ये विवाह नहीं करेगा।

आज का इतिहास: मानवीय एकता और समाज सेवा के प्रति समर्पित 'पंडित दीनदयाल उपाध्याय'

अपने बचपन में ही दीनदयालजी को एक गहरा आघात सहना पड़ा जब सन 1934 में बीमारी के कारण उनके भाई की असामयिक मृत्यु हो गयी। उन्होंने अपनी हाई स्कूल की शिक्षा वर्त्तमान राजस्थान के सीकर में प्राप्त की। विद्याध्ययन में उत्कृष्ट होने के कारण सीकर के तत्कालीन नरेश ने बालक दीनदयाल को एक स्वर्ण पदक,किताबों के लिए 250 रुपये और दस रुपये की मासिक छात्रवृत्ति से पुरुस्कृत किया।

दीनदयालजी ने अपनी इंटरमीडिएट की परीक्षा पिलानी में विशेष योग्यता के साथ उत्तीर्ण की। तत्पश्चात वो बी.ए. की शिक्षा ग्रहण करने के लिए कानपूर आ गए जहां वो सनातन धर्मं कॉलेज में भर्ती हो गए। अपने एक मित्र श्री बलवंत महाशब्द की प्रेरणा से सन 1937 में वो राष्ट्रीय स्वयंसेवकसंघ में सम्मिलित हो गए। उसी वर्ष  उन्होंने बी.ए. की परीक्षा भी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। इसके बाद ऍम.ए. की पढ़ाई के लिए वो आगरा आ गए ।

 

दीनदयाल जी परीक्षा में हमेशा प्रथम स्‍थान पर आते थे उन्‍हेंने मैट्रिक और इण्टरमीडिएट-दोनों ही परीक्षाओं में गोल्ड मैडल प्राप्‍त किया था इन परीक्षाआ को पास करने केबाद वे आगे की पढाई करने के लिए एस.डी. कॉलेज, कानपुर में प्रवेश लिया वहॉ उनकी मुलाकात श्री सुन्दरसिंह भण्डारी, बलवंत महासिंघे जैसे कई लोगों से हुआ इन लोंगों से मुलाकातहोने के बाद दीनदयाल जी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यक्रमों में रुचि लेने लगे दीनदयाल जी ने वर्ष 1939 में प्रथम श्रेणी में बी.ए. की परीक्षा पास की बी.ए पास करनेे के पश्‍चातदीनदयाल जी एम.ए की पढाई करने के लिए आगरा चले गयेे लेकिन उनकी चचेरी बहन रमा देवी की मृत्‍यु हो जाने के कारण वे एम.ए की परीक्षा न दे सके।

भारतीय जनसंघ के 14वें वार्षिकअधिवेशन में दीनदयाल उपाध्याय को दिसंबर 1967 में कालीकट में जनसंघ का अध्यक्ष निर्वाचित किया गया।

दीनदयाल उपाध्याय के अन्दर की पत्रकारिता तब प्रकट हुई जब उन्होंने लखनऊ से प्रकाशित होने वाली मासिक पत्रिका ‘राष्ट्रधर्म’ में वर्ष 1940 के दशक में कार्य किया। अपने आर.एस.एस. के कार्यकाल के दौरान उन्होंने एक साप्ताहिक समाचार पत्र ‘पांचजन्य’ और एक दैनिक समाचार पत्र ‘स्वदेश’ शुरू किया था. उन्होंने  नाटक ‘चंद्रगुप्त मौर्य’ और हिन्दी में शंकराचार्य की जीवनी लिखी। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. के.बी. हेडगेवार की जीवनी का मराठी से हिंदी में अनुवाद किया। उनकी अन्य प्रसिद्ध साहित्यिककृतियों में ‘सम्राट चंद्रगुप्त’, ‘जगतगुरू शंकराचार्य’, ‘अखंड भारत क्यों हैं’, ‘राष्ट्र जीवन की समस्याएं’, ‘राष्ट्र चिंतन’ और ‘राष्ट्र जीवन की दिशा’ आदि हैं।

 

उन्होंने भारत कीसनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद जैसी प्रगतिशील विचारधारा दी। दीनदयालजी को जनसंघ के आर्थिक नीति के रचनाकार बतायाजाता है। आर्थिक विकास का मुख्य उद्देश्य समान्य मानव का सुख है या उनका विचार था। विचार –स्वातंत्रय के इस युग में मानव कल्याण के लिए अनेक विचारधारा को पनपने काअवसर मिला है। इसमें साम्यवाद, पूंजीवाद , अन्त्योदय, सर्वोदय आदि मुख्य हैं। किन्तु चराचर जगत को सन्तुलित , स्वस्थ व सुंदर बनाकर मनुष्य मात्र पूर्णता की ओर ले जा सकनेवाला एकमात्र प्रक्रम सनातन धर्म द्वारा प्रतिपादित जीवन  विज्ञान, जीवन कला व जीवन दर्शन है।

“ भारत में रहनेवाला और इसके प्रति ममत्व की भावना रखने वालामानव समूह एक जन हैं . उनकी जीवन प्रणाली ,कला , साहित्य , दर्शन सब भारतीय संस्कृति है। इसलिए भारतीय राष्ट्रवाद का आधार यह संस्कृति है। इस संस्कृतिमें निष्ठा रहे तभीभारत एकात्म रहेगा ।”

आज का इतिहास

25 सितम्बर की महत्वपूर्ण घटनाएँ 
 
1237 – इंग्लैंड और स्कॉलटलैंड के बीच कॉमन बॉर्डर को लेकर संधि हुई ।
1340 – इंग्लैंड और फ्रांस ने ‘निरस्त्रीकरण संधि’ पर हस्ताक्षर किये।
1524 – वास्कोडिगामा आखिरी बार वायसराय बनकर भारत आए।
1639 – अमेरिका में पहली ‘प्रिंटिंग प्रेस’ की शुरुआत।
1654 – इंग्लैंड और डेनमार्क ने व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किये।
1846 – अमेरिकी सेना ने मेक्सिको के मोंटेरी पर क़ब्ज़ा किया।
1897 – ब्रिटेन में पहली बस सेवा की शुरूआत हुई।
1911 – फ्रांसीसी युद्धपोत लिब्रीटे में टूलॉन हार्बर पर विस्फाेट से 285 लाेगों की मौत।
1955 – रॉयल जॉर्डन वायु सेना की स्थापना।
1981 – मध्य अमेरिकी देश बेलीज संयुक्त राष्ट्र में शामिल हुआ।
1992 – अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 1,018 किलोग्राम का एक रोबोट ‘मार्स ऑब्जर्वर’ स्पेशक्राफ्ट अंतरिक्ष में भेजा ।
1999 – आठवें सैफ खेलों का काठमांडू में उद्घाटन।
2000 – यमन में रिफ्ट वैली बुखार से 211 लोग मरे, सिडनी ओलम्पिक में 400 मीटर दौड़ का स्वर्ण पदक माइकल जॉनसन तथा केथीफ़्रीमेन ने जीता।
2001 – सऊदी अरब ने तालिबान मिलिशिया से संबंध तोड़ा।
2003 – गयूम ने मालदीव के राष्ट्रपति का चुनाव छठी बार जीता।
2006 – पाकिस्तान के 60 वर्ष के इतिहास में पहली बार सिंध के थारपाकर ज़िले के निवासी हिन्दू युवक दानेश को पाक सेना में शामिल किया गया।                        यमन  के निवर्तमान राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह एक बार फिर देश के राष्ट्रपति निर्वाचित घोषित। 
2007 – पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के नेतृत्‍व वाली नेपाली कांग्रेस (डेमोक्रेटिक) पार्टी का कांग्रेस में विलय हुआ।
2008 – चीन ने अंतरिक्ष यान ‘शेंझो 7’ का प्रक्षेपण किया।
2009 – भारतीय प्रवर्तन निदेशालय ने लगभग पाँच हज़ार करोड़ रुपये के हवाला नेटवर्क का भण्डाफोड़ किया।
2011 – इराक के शिया मुसलमानों के पवित्र धार्मिक स्थल कर्बला के पासपोर्ट कार्यालय के बाहर हुए क्रमिक बम धमाकों में दस लोगों की मौत हो गई तथा               लगभग सौ लोग घायल हो गए।
2011 – नेपाल में एक निजी एयलाइन के विमान की दुर्घटना में चालक दल समेत सभी 19 लोगों की मृत्यु हो गई।
आज जन्में व्यक्ति 
1914 – चौधरी देवी लाल – भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं भारतीय राजनीति के पुरोधा, किसानों के मसीहा, महान् स्वतंत्रता सेनानी, हरियाणा के                          जन्मदाता।
1916 – दीनदयाल उपाध्याय, महान् चिंतक और संगठक।
1920 – सतीश धवन – भारत के प्रसिद्ध रॉकेट वैज्ञानिक।
1922 – हैमर डरॉबर्ट, नौरू के प्रथम राष्ट्रपति (मृ. 1992)
1939 -फ़िरोज़ ख़ान – प्रसिद्ध अभिनेता एवं फ़िल्म निर्माता-निर्देशक।
1977- दिव्या दत्ता – फ़िल्म अभिनेत्री।
 
आज के महत्वपूर्ण उत्सव और अवसर 
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