आज का इतिहास: देश को मिला हरफनमौला अभिनेता सैफ अली खान
सैफ अली खान का जन्म 16 अगस्त 1970 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता मंसूर अली खान पटौदी मशहूर भारतीय क्रिकेटर थे। उनकी मां का नाम शर्मिला टैगोर है जो कि अपने समय की चर्चित अभिनेत्री रही हैं। उनकी दो बहनें हैं जिनमें से एक सोहा अली खान हैं और वे भी सैफ की तरह फिल्मों में सक्रिय हैं।
सैफ के करियर की शुरूआत फिल्म ‘परंपरा’ से हुई थी। उनकी अगली फिल्म ‘आशिक आवारा’ के लिए उन्हें फिल्मफेयर की तरफ से सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता का पुरस्कार भी मिला।
अगले ही साल रिलीज हुई फिल्म ‘ये दिल्लगी’ में उनके द्वारा निभायी गई भूमिका सफल रही और फिल्म हिट की श्रेणी में शामिल हो गई। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया लेकिन ज्यादातर वही फिल्में ही सफल हुईं जो कि मल्टीस्टारर थीं।
सुभद्रा कुमारी चौहान –
सुभद्रा कुमारी चौहान हिन्दी की सुप्रसिद्ध कवयित्री और लेखिका थीं। उनके दो कविता संग्रह तथा तीन कथा संग्रह प्रकाशित हुए पर उनकी प्रसिद्धि झाँसी की रानी कविता के कारण है। ये राष्ट्रीय चेतना की एक सजग कवयित्री रही हैं, किन्तु इन्होंने स्वाधीनता संग्राम में अनेक बार जेल यातनाएँ सहने के पश्चात अपनी अनुभूतियों को कहानी में भी व्यक्त किया। वातावरण चित्रण-प्रधान शैली की भाषा सरल तथा काव्यात्मक है, इस कारण इनकी रचना की सादगी हृदयग्राही है।
उनका जन्म नागपंचमी के दिन 16 अगस्त 1904 को इलाहाबाद के निकट निहालपुर नामक गांव में रामनाथसिंह के जमींदार परिवार में हुआ था। बाल्यकाल से ही वे कविताएँ रचने लगी थीं। उनकी रचनाएँ राष्ट्रीयता की भावना से परिपूर्ण हैं। सुभद्रा कुमारी चौहान, चार बहने और दो भाई थे। उनके पिता ठाकुर रामनाथ सिंह शिक्षा के प्रेमी थे और उन्हीं की देख-रेख में उनकी प्रारम्भिक शिक्षा भी हुई।
1919 में खंडवा के ठाकुर लक्ष्मण सिंह के साथ विवाह के बाद वे जबलपुर आ गई थीं। 1921 में गांधी जी के असहयोग आंदोलन में भाग लेने वाली वह प्रथम महिला थीं। वे दो बार जेल भी गई थीं। सुभद्रा कुमारी चौहान की जीवनी, इनकी पुत्री, सुधा चौहान ने ‘मिला तेज से तेज’ नामक पुस्तक में लिखी है। इसे हंस प्रकाशन, इलाहाबाद ने प्रकाशित किया है। वे एक रचनाकार होने के साथ-साथ स्वाधीनता संग्राम की सेनानी भी थीं। डॉ. मंगला अनुजा की पुस्तक सुभद्रा कुमारी चौहान उनके साहित्यिक व स्वाधीनता संघर्ष के जीवन पर प्रकाश डालती है।
आज का इतिहास
16 अगस्त का इतिहास