
विजया मेहता भारतीय सिनेमा की एक उच्च श्रेणी की महिला फ़िल्मकार हैं। उन्होंने कई फ़िल्मों में अभिनय भी किया है। विजया मेहता रंगमंच से फ़िल्मी दुनिया में आई थीं। फ़िल्म माध्यम पर उनकी गहरी पकड़ है।
विजया मेहता का जन्म 4 नवम्बर, 1934 को ब्रिटिश शासन काल में बड़ौदा (गुजरात) में हुआ था। उन्होंने ‘मुम्बई विश्वविद्यालय’ से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में इब्राहीम अलकाज़ी के साथ थियेटर का अध्ययन किया।
विजया मेहता का प्रथम विवाह हरिन खोटे के साथ हुआ था, जो अपने समय की जाने मानी अभिनेत्री दुर्गा खोटे के पुत्र थे। लेकिन कुछ समय बाद ही हरिन खोटे का निधन हो गया। इसके बाद विजया मेहता ने फ़ारुख मेहता के साथ दूसरा विवाह कर लिया।
रंगमंच से मंझकर आई विजया मेहता की फ़िल्म-माध्यम पर गहरी पकड़ है। उनकी यह पकड़ कितनी पुख्ता है, यह उनकी फ़िल्म्स देखकर जाना जा सकता है। विजया मेहता की जिस फ़िल्म से हिन्दी फ़िल्म-जगत में सही अर्थों में पहचान बनी, वह थी- ‘राव साहब’। सन 1986 में प्रदर्शित यह फ़िल्म बतौर निर्देशिका उनकी पहली फ़िल्म थी।
फ़िल्म ‘राव साहब’ परम्परा और आधुनिकता के द्वंद्व को कई पहलुओं से उकेरती है। यह उस काल (1910-1920 ई.) की कहानी है, जब महाराष्ट्र के ठेठ परम्परावादी माहौल में कई युवक इंग्लैंड से शिक्षा ग्रहण कर स्वदेश लौट रहे थे।
वहां के आधुनिक समाज से क्रांति के बीज वे अपने साथ लेकर आए थे। लेकिन यहां की मिट्टी उनके लिये उपयुक्त नहीं थी। अत: उनकी यह क्रांतिकारिता कोरी वैचारिक थी।
कामकाज या कहें कृत्य उनके परम्परावादी ही थे। ऐसा ही एक विचार था- ‘विधवा विवाह’, जिसका वे खुलकर समर्थन नहीं कर सकते थे। फ़िल्म ‘राव साहब’ जयंत दलवी के प्रसिद्ध मराठी नाटक ‘बैरिस्टर’ पर आधारित थी।
इस नाटक का रंगमंच पर असफलतापूर्वक मंचन स्वयं विजया मेहता कर चुकी हैं। मंच पर बैरिस्टर की भूमिका विक्रम गोखले ने की थी, जबकि फ़िल्म में अनुपम खेर ने भूमिका निभाई थी। इसी नाटक में युवा विधवा की भूमिका सुहास जोशी ने निभाई, जबकि फ़िल्म में तन्वी आकामी ने निभाई थी।
नाटक और फ़िल्म दोनों ही जगह विधवा मौसी की भूमिका स्वयं निर्देशिका विजया मेहता ने की थी। उल्लेखनीय है कि ‘राव साहब’ को न सिर्फ दर्शकों और समीक्षकों की सराहना मिली, बल्कि राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह बहुप्रशंसित और पुरस्कृत भी हुई थी। इस फ़िल्म के लिए विजया को सहायक अभिनेत्री का ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’ (1986) मिला था।[1] इससे पहले वर्ष 1975 में उन्हें ‘संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार’ का पुरस्कार भी मिला था।
आज का इतिहास
4 नवंबर की महत्वपूर्ण घटनाएँ
1509 – अल्मीडा के बाद अल्फांसो द अल्बुकर्क भारत में दूसरे पुर्तग़ाली वायसराय बने।
1619 – फ्रेडरिक पंचम यूरोपीय देश बोहेमिया के राजा बने।
1822 – दिल्ली में जल आपूर्ति योजना का औपचारिक रूप से शुभारंभ।
1856 – जेम्स बुकानन अमेरिका के 15वें राष्ट्रपति बने।
1875 – अमेरिका के बोस्टन में मैसाचुसेट्स राइफल एसोसिएशन की स्थापना हुयी।
1911 – अफ्रीकी देश मोरक्को और कांगो को लेकर फ्रांस तथा जर्मनी के बीच समझौते पर हस्ताक्षर।
1984 – ओ बी अग्रवाल एमेच्योर स्नूकर के विश्व चैंपियन बने।
1997 – सियाचीन बेस कैम्प में सेना की आफ़ सिग्नल ने विश्व का सर्वाधिक ऊँचा एस.टी.डी. बूथ स्थापित किया।
2000 – संयुक्त राष्ट्र संघ में परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लगाने व विखंडनीय पदार्थों के उत्पादन पर रोक संबंधी जापान का प्रस्ताव भारत के विरोध के बावजूद पारित।
2002 – चीन ने आसियान देशों के साथ मुक्त व्यापार क्षेत्र संधि पर हस्ताक्षर किये।
2003 – श्रीलंका की राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा ने रक्षा, गृह और सूचना मंत्रियों को बर्खास्त कर संसद को निलम्बित किया।
2005 – संयुक्त राष्ट्र की ईराक के लिए तेल के बदले खाद्यान्न योजना में की गई गड़बड़ी की जाँच की रिपोर्ट तैयार करने वाले पॉल वोल्कर ने स्पष्ट किया कि आरोपियों को सफाई का अवसर दिया गया था।
2008- सार्वजनिक क्षेत्र के छह बैंक बेंचमार्क उधारी दर में 0.75 के आधार अंक तक की कटौती करने पर सहमत हुई। केन्द्र सरकार ने गंगा नदी को राष्ट्रीय नदी घोषित करने का निर्णय लिया। चन्द्रमा के लिए भारत का पहला मानवरहित अंतरिक्षयान चन्द्रयान-1 चन्द्रमा के अंतरिक्ष कक्ष में पहुँचा।
2015 – दक्षिणी सूडान के जूबा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान भरने के तुरंत बाद एक कार्गो विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 37 लोगों की मौत।
4 नवंबर को जन्मे व्यक्ति
1955 – रीता भादुड़ी – हिन्दी सिने जगत की जानीमानी अभिनेत्री थीं।
1934 – विजया मेहता – भारतीय सिनेमा की एक उच्च श्रेणी की महिला फ़िल्मकार।
1618 – औरंगज़ेब – मुग़ल शासक।
पेट्रोल, डीजल के दाम में कटौती जारी, बढ़ेगा तेल विपणन कंपनियों पर कटौती का भार
1845 – वासुदेव बलवन्त फड़के – भारत के प्रसिद्ध क्रांतिकारी
1876 – भाई परमानन्द – भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान् क्रांतिकारी
1889 – जमनालाल – स्वतंत्रता सेनानी।
ऑनलाइन बाजार को नई उड़ान देगी पीटीई लिमिटेड और पीटीवाई की साझेदारी
1925 – ऋत्विक घटक, लेखक और फ़िल्मकर्मी।
1970 – तब्बू फ़िल्म अभिनेत्री।
1932 – जयकिशन- प्रसिद्ध संगीतकार (शंकर जयकिशन)
1929 – शकुन्तला देवी, मानसिक परिकलित्र (गणितज्ञ)
1911 – सुदर्शन सिंह चक्र, साहित्यकार एवं स्वतंत्रता सेनानी
1889 – जमनालाल बजाज – स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, उद्योगपति और मानवशास्त्री थे।
4 नवंबर को हुए निधन
- 1970 – शंभू महाराज – कत्थक के प्रसिद्धि प्राप्त गुरु तथा नर्तक थे।
आज के महत्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव
- अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रास दिवस (सप्ताह)