खेत में डूबने से तीन बच्चों की मौत, जानें क्या है मामला ?

दिलीप कुमार

उत्तर प्रदेश के बांदा में रविवार को एक दर्दनाक हादसे में दो बच्चों की मौत होने की ख़बर आई है। इन दिनों बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट पर बड़ी तेजी से काम चल रहा है, जिस वजह से वहां मिट्टी की आपुर्ति गांव के खेतों से किया जा रहा है, ऐसे में किसान के बहुत सारे खेत तलाबनुमा बन गए हैं।

ऐसे ही एक तलाबनुमा गहरे खेत में 3 बच्चे डूब गए। बच्चों के डूबने के घटना के बाद ग्रामीणों ने एक बच्चे को तो समय रहते बचा लिया लेकिन दो बच्चे गहराई में तकरीबन 3 घंटे तक डूबे रहे और उनकी मौत हो गई। हादसे की सूचना पर पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद इन बच्चों के शव पानी से निकाले गए।

सूचना पर नवनियुक्त जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ट्रामा सेंटर पहुंचे जहां उन्होंने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की और अवैध खनन के दोषी लोगों के खिलाफ जांच कराने की भी बात कही है।

आपको बता दें कि यह दर्दनाक हादसा बांदा देहात कोतवाली के गुरेह गांव के रामगुलाम के पुरवा से सामने आया, जहां गांव के 3 बच्चे धीरू यादव मुन्नू यादव और अमर भैसों को नहलाने के लिए गांव में ही पानी से भरे खेत में गए थे।

भैंसों को नहलाते समय पैर फिसलने से उसी तालाबनुमा खेत में गिर गये। आवाज सुनकर खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंचे और एक बच्चे अमर को पानी से निकाल कर जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर पहुंचाया, वहीं मौके पर सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स पहुंच गई और रेस्क्यू शुरू कर दिया।

कई घंटे छानबीन करने के बाद पुलिस ने दोनों बच्चे धीरू और मुन्नू की लाशें बरामद की हैं। इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि यह खेत अजीत सिंह का है जिसने मानक के खिलाफ अपने खेत में खनन करवा कर मिट्टी बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के ठेकेदारों को बेची है जिसके चलते यह हादसा हुआ है।

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