देहरादून: एलएसडी ड्रग्स के साथ तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

एलएसडी ड्रग्सदेहरादून। राजधानी में बढ़ते नसेड़ियों की तादात मानो थमने का नाम ही नहीं ले रही है। कहीं न कहीं किसी न किसी तरीके से यह नशेबाज ड्रग्स से जुड़े कारोबारियों से नशीला पदार्थ ले रहे हैं। पुलिस प्रशासन के कड़े पहरे के बावजूद नशे के कारोबारियों द्वारा यह धंधा फलता फूलता नजर आ रहा है, लेेकिन दून पुलिस ने इसे झूठा साबित कर 3 ऐसे शक्स को धर दबोचा है जिनके पास से भारी मात्रा में एलएसडी ड्रग्स बरामद हुई है, अगर इसकी कीमत की बात करें तो इसकी कीमत अतर्राष्ट्रीय स्तर पर 5 लाख रूपए आंकी जा रही है।

एसएसपी कार्यालय में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा कि नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के अन्तर्गत स्मैक व ड्रग्स की एक बड़ी खेप पुलिस के हाथ लगी है। स्मैक व ड्रग्स वर्तमान समय का अल्ट्रा मॉडर्न व साफिस्टिकेटिड ड्रग्स है। नशीले पदार्थों की तस्करी व बिक्री करने वालों के विरुद्ध अभियान के तहत कोतवाली व वरिष्ठ उप-निरीक्षक हेमंत खंडूरी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।

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सूचना के अधार पर नशीले पदार्थों की बिक्री करने वालों की तलाश में टीम निकली, जो त्रिवेणीघाट व मायाकुंड पहुंची तो नावघाट के पास रामानुज आश्रम के पास 3 व्यक्ति एक लोहे की बैंच में बैठे दिखाई दिए, बेंच पर बैठे वह लोग पुलिस को अपनी तरफ आता देख वहां से भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस ने बड़ी चालाकी दिखाते हुए भाग रहे उन तीन युवकों को अपने शिकंजे में ले लिया।

पुलिस की पूछताछ के बाद उन लोगों ने कबूल किया कि उनके पास स्ट्रेप पेपर व स्मैक ड्रॉप है, जो नशे मे यूज किया जाता है। यह भी बताया कि यह नशा अधिकतर विदेशी लोग व नवजवानों द्वारा बड़ी-बड़ी पार्टियों में लिया जाता है जैसे पब्स, पार्टियों व कैमपिंग आदि।

इस दौरान सहायक पुलिस अधीक्षक व क्षेत्राधिकारी मंजूनाथ टिसी भी मौके पर पहुंचे, जिनके समक्ष गिरफ्त में आए व्यक्तियों की तलाशी ली गई तो इनके पास से भारी मात्रा में स्मैक ड्रॉप्स बरामद हुईं। पकड़े गए आरोपियों में प्रेमचंद पुत्र बनवारी लाल, हरजोत सिंह उर्फ प्रिंस पुत्र परमजीत सिंह व वरुण उपाध्याय पुत्र दिनेश उपाध्याय शामिल हैं।

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