गेंहू खरीद में खलनायक बने अधिकारी, हफ्तों तक लग रही किसानों की लाइन

रिपोर्ट- बी. डी. मिश्रा

बांदा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड को प्राथमिकता देते हुए बुंदेलखंड के विकास की बात जरूर कही थी लेकिन उनके अधिकारी  प्रदेश की योजनाओं को भ्रष्ट, बेकार बनाने में नहीं चूक रहे है।

क्रय केंद्र पर किसान

जहां लगातार कई वर्षों से  बुंदेलखंड के किसान दैवीय आपदा से जूझते आए हैं लेकिन इन आपदाओं से बची हुई फसल को बेचने के लिए खरीद केंद्रों में भी उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। किसानों का कहना है कि क्रय केंद्र पर उनके साथ मनमानी की जा रही है। वही अधिकारी गेंहू खरीद के लिए कोई ठोस उपाय नहीं कर रहे है, सिर्फ बहाने बना रहे है।

बुंदेलखंड के बांदा जनपद में किसान गेहूँ को खरीदने के लिए विभिन्न एजेंसियों द्वारा 75 गेंहू खरीद केन्द्र जरूर बनाये गए है लेकिन इन खरीद केन्द्रो में किसानो से मनमानी की जा रही है। खरीद केन्द्रो में खरीद नहीं हो रही जिससे खरीद केन्द्रो में ही किसान रुकने को मजबूर है किसानो का केन्द्रो में   2 हफ्ते से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी नंबर नहीं आ रहा है।

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बेचारे किसान इन्हीं केन्द्रों पर खुले आसमान के नीचे  ही अपनी दिन-रात गिन-गिन कर काट रहे है। यही नहीं किसान इस चिलचिलाती धूप और गर्मी से बीमार भी हो रहे है. वही अपना इलाज और दवा खाने को मजबूर है. लेकिन  जिला प्रशासन को इसकी कोई परवाह नहीं है न तो जिला प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्थाकी गई है।

 

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