खौफ के साये में जी रहें हैं प्रतापगढ़ के व्यापारी, लगातार मिल रही हैं हत्या की धमकियाँ

रिपोर्ट मनोज

प्रतापगढ़| प्रतापगढ़ के कोहड़ौर कोतवाली से चंद क़दमों की दूरी पर व्यवसाय करने वाले बाजार के व्यवसायी पवन जायसवाल और अंकुर से 5-5 लाख की रंगदारी मांगी गयी। पांच लाख रूपये न देने पर हत्या की धमकी दी गई। थोड़े अंतराल पर दो और व्यापारियों से रंगदारी की मांग और हत्या की धमकी से व्यापारियों में दहशत फैल गई है।

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जिसके चलते सैकड़ो की संख्या में व्यापारी और ग्रामीण थाने पहुँच गए। आपबीती बता ही रहे थे कि फिर फोन आया और व्यापारी  ने पुलिस कर्मी को फोन पकड़ा दिया जिसे पुलिस ने सुना। ये नेटकालिंग थी जिनके 8 डिजिट के नम्बर थे। लखीपुर के प्रधान राम कुमार को भी रंगदारी की मांग का दुबारा फोन आया। पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुच कर स्थिति को सँभालने में लग गए।

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प्रतापगढ़ के व्यापारी खौफ के साये में जीने को मजबूर है। क्योकि  अपराधी पूरी तरह से बेखौफ है। सरकार का इकबाल जिले में खत्म हो चुका है पुलिस अपने चेहरे के दाग धुल पाने में पूरी तरह असफल है। बावजूद इसके की सूबे की पुलिस के नए मुखिया बनते ही पहले पुलिस को मित्र पुलिस बनाने की बाते करते है। कार्यकाल छोटा होने के चलते जब तक पुलिस को प्रभावित कर पाए तब तक सेवानिवृत हो जाते है।

जिसके चलते पुलिस की कार्यशैली में बदलाव नही आ पा रहा है। जिले के व्यापारी लगातार अपराधियो के निशाने पर है। आए दिन रंगदारी मांगी जाती है। 20 दिन पहले रंगदारी न अदा करने पर व्यापारी भाइयों की दुकान में घुसकर गोली मारकर बदमाशों ने व्यापारी को मौत के घाट उतारा था। जिसका अब तक खुलासा न होने से बदमाशों के हौसले बुलंद है।

आसपुर देवसरा इलाके में भी व्यापार मंडल के अध्यक्ष और कारोबारी से दस लाख की रंगदारी मांगी गयी है । इतना ही नही महज दो माह पहले रंगदारी न देने पर दिन दहाड़े इसी इलाके के लखनऊ वाराणसी हाइवे पर धखवा बाजार में दुकान में तलवार और लाठी डंडे से लैस नकाबपोश दुकानदार को लहूलुहान करके चलते बने। इसके अलावा भी कई व्यपारियो पर फायरिंग कर जानलेवा हमले भी किये गए है।

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