जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस स्थिति पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आज बैठक कर रही है। यह बैठक दोनों दक्षिण एशियाई देशों के बीच बढ़ते कूटनीतिक तनाव के बीच हो रही है।

पाकिस्तान ने घोषणा की थी कि वह सुरक्षा परिषद को भारत की “आक्रामक कार्रवाइयों, उकसावे और भड़काऊ बयानों” के बारे में जानकारी देगा। रविवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि वह भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के कदम को विशेष रूप से उठाएगा, जिसे उसने “अवैध कार्रवाई” बताया, जो क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है।
संयुक्त राष्ट्र में ग्रीस के स्थायी प्रतिनिधि और मई माह के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष राजदूत इवेंजेलोस सेकेरिस ने इस स्थिति पर चिंता जताई थी, लेकिन कहा था कि भारत, पाकिस्तान से “कहीं बड़ा” है। पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “हम भारत, नेपाल की सरकारों और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। आतंकवाद के सभी रूपों की हम निंदा करते हैं। हालांकि, क्षेत्र में बढ़ता तनाव चिंताजनक है। दोनों बड़े देश हैं, लेकिन भारत पाकिस्तान से कहीं बड़ा है।”
हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए, जिनमें पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित करना, सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी सीमा बंद करना, पाकिस्तानी उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद करना और इस्लामाबाद के साथ व्यापार रोकना शामिल है।
जवाब में, पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइनों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और तीसरे देशों के जरिए भारत के साथ व्यापार निलंबित कर दिया। उसने सिंधु जल संधि के निलंबन को खारिज करते हुए चेतावनी दी कि पाकिस्तान में पानी का प्रवाह रोकने का कोई भी कदम “युद्ध की कार्रवाई” माना जाएगा।