राजस्थान और मध्यप्रदेश में भूकंप: प्रतापगढ़ में इतनी तीव्रता के झटके, मंदसौर तक प्रभाव, कोई हताहत नहीं

राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले और निकटवर्ती मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में गुरुवार सुबह 10:07 बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.9 थी, और इसका केंद्र प्रतापगढ़ में जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था। हल्की तीव्रता के बावजूद, झटकों ने स्थानीय लोगों में दहशत फैलाई, जिससे वे घरों, दुकानों और कार्यालयों से बाहर खुले स्थानों की ओर भागे।

विवरण

  • स्थान और समय: भूकंप का केंद्र प्रतापगढ़ (राजस्थान) में था, जिसके झटके मंदसौर (मध्यप्रदेश) तक महसूस किए गए। यह घटना 7 अगस्त 2025 को सुबह 10:07 बजे (IST) हुई।
  • तीव्रता और गहराई: रिक्टर स्केल पर 3.9 की तीव्रता, 10 किलोमीटर की गहराई।
  • प्रभावित क्षेत्र: प्रतापगढ़ के श्रीराम मार्केट, अकबरी मार्केट, गांधी चौराहा, बस स्टेशन, तलाक खेड़ा, शुभम कलेक्शन, नई आबादी, सदर बाजार, वाटर वर्क्स, बड़ा बाग, मानपुर और हीरा कॉलोनी। मंदसौर के मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र, रेवास देवड़ा, कनघट्टी, अमरपुरा, फोफालिया, बोरी, कुलमीपुरा और दमाखेड़ी गाँवों में भी झटके महसूस हुए।

स्थानीय प्रभाव और प्रतिक्रिया

  • स्कूलों में अफरा-तफरी: प्रतापगढ़ के उंडा खोरा क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में भूकंप के दौरान शिक्षकों ने तुरंत छात्रों को सुरक्षित खुले मैदान में ले जाकर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की। धमोत्तर क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों में कंपन रिकॉर्ड हुए, जो भूकंप की तीव्रता को दर्शाते हैं।
  • कोई हताहत नहीं: प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, इस भूकंप से किसी प्रकार की जान-माल की हानि की सूचना नहीं है। झटके कुछ सेकंड तक ही रहे, जिससे बड़े नुकसान से बचा जा सका।

प्रशासन की कार्रवाई

जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने तत्काल सतर्कता बरतते हुए सभी संबंधित विभागों को अलर्ट मोड पर रखा है। प्रतापगढ़ और मंदसौर के अधिकारियों ने स्थिति पर नजर रखने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमें तैनात की हैं। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) या अन्य अधिकृत स्रोतों से जानकारी लें। साथ ही, भूकंप के दौरान अपनाई जाने वाली सावधानियों, जैसे खुले स्थानों पर जाना और भारी वस्तुओं से दूर रहना, का पालन करने की सलाह दी गई है।

क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधियाँ

  • ऐतिहासिक संदर्भ: राजस्थान और मध्यप्रदेश में भूकंप की घटनाएँ अपेक्षाकृत कम होती हैं, और अधिकांश भूकंप 3 से कम तीव्रता के होते हैं। हालांकि, 1900 के बाद से इस क्षेत्र में दो बार 6 से अधिक तीव्रता के भूकंप दर्ज किए गए हैं, जो औसतन हर 60-65 साल में होते हैं।
  • हाल की घटनाएँ: मध्यप्रदेश में हाल के महीनों में कई हल्के भूकंप दर्ज किए गए हैं, जैसे 26 मार्च 2025 को सिंगरौली में 3.5 तीव्रता और 4 मई 2025 को अलीराजपुर में 3.5 तीव्रता का भूकंप। राजस्थान में भी 3 मई 2025 को झुंझुनू में 3.1 तीव्रता का भूकंप आया था।
  • भूकंपीय जोखिम: भारतीय प्लेट के एशियाई प्लेट से 47 मिमी/वर्ष की दर से टकराने के कारण भारत में भूकंपीय गतिविधियाँ होती हैं। प्रतापगढ़ और मंदसौर जैसे क्षेत्र भूकंप जोन III में आते हैं, जहाँ मध्यम तीव्रता के भूकंप का जोखिम रहता है।
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