कासगंज के बाद ‘इस्लाम’ की चिंगारी से सुलगा अमरोहा, इलाके में तनाव

अमरोहाअमरोहा। यूपी का कासगंज अभी साम्प्रदायिकता की मार से उबरा भी नहीं है, कि कुछ दबंगों ने अमरोहा को निशाना बना लिया है। यूपी के शरारती तत्वों ने दबंगई दिखाते हुए अमरोहा में साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने का प्रयास किया है और दलितों के मोहल्ले का नाम गौतम नगर से बदलकर इस्लाम नगर रख दिया है। इस तरह की घटना से निपटने के लिए दलितों ने विरोध जाहिर किया तो दबंगों ने इतना डरा दिया कि दलित लोग खौफ के साये में जीने को मजबूर हो गए हैं।

उत्तर प्रदेश के अमरोहा के कस्बा नोगावा सादात में मोहल्ला गौतम नगर के नाम को इस्लाम नगर रखे जाने पर दलितों ने प्रशासन से शिकायत की है, पर आरोप है की प्रशासन ने उनकी समस्या पर कोई खास ध्यान नहीं किया है। बता दें कि, नोगावा सादात विधानसभा सीट से केबिनेट मंत्री चेतन चौहान विधायक हैं।

यह भी पढ़ें : ऑटो एक्सपो-2018 : ऑटोमोबाइल कंपनियों ने बिखेरा जलवा, 24 नई गाड़ियां होंगी लॉन्च

इस मामले में जब विधायक चेतन चौहान से बात की गई तो उन्होंने इस तरह की घटना से इनकार करते हुए कहा कि “अगर कोई नाम बदलना चाहता है तो वो बकायदा जिलाधिकारी के मार्फत मेरे पास आएगा, तब देखेंगे लेकिन ऐसा कोई कुछ करने नहीं जा रहा है”।

गौतम नगर मोहल्ले के मौजूदा वार्ड सभासद रईस अहमद ने बताया कि, “बहुत पहले से यहां के हिन्दू और मुस्लिम मोहल्ले का अलग-अलग नाम इस्तेमाल करते हैं। कुछ समय पहले कुछ लोगों ने अपनी दुकानों के बोर्ड पर इस्लाम नगर लिख लिया था, जिसका विरोध दलितों ने किया था। इसके लेकर हमने कहा था कि झगड़े से कोई फायदा नहीं है। जो लिखा है, उसे लिखा रहने दो, पर दोनों ही तरफ के शरारती तत्वों ने बात बढ़ाने की कोशिश की। इसके बाद हमने थाना अध्यक्ष महोदय और दोनों पक्षों के लोगो को बिठाकर मामला निपटाने की कोशिश की”।

बात दो धर्मों के होने के नाते सियासत तेज़ होना तो लाज़मी है। इस क्रम में कस्बे के बीजेपी नेता आफताब आडवाणी ने भी तीखा प्रहार करते हुए कहा कि “कुछ पाकिस्तान प्रेमी लोगों ने सपा सरकार में मोहल्ला गौतम नगर का नाम बदलने की कोशिश की थी। इसका हमने उस समय भी विरोध किया था, हम नाम बिलकुल नहीं बदलने देंगे। अब फिर कुछ लोग ऐसा करना चाहते हैं। इसके लिए वह खुद मोके पर गए थे और लोगों से बात की है। अगर कोई ऐसा करेगा तो उसे कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा”।

यह भी पढ़ें : 6.5 की तीव्रता से फिर डोली ताइवान की धरती, 2 की मौत 219 घायल

मामले में उपजिलाधिकारी संजय सिंह ने बताया कि, “ये आरोप गलत है। हम लोगों ने इसका अभिलेखों में जांच की जिसमे पता लगा की इसका नाम बुध बाजार है। इसमें रहने वाले दलित और मुस्लिम इसे अपने तरीके से अपनी अपनी गलियों का नाम गौतम नगर और इस्लाम नगर रखते हैं। किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं है। कुछ असमाजिक तत्वों ने इस मामले को उछाला है। हमने दो दिन पहले इन लोगों का सभासद की मौजूदगी में समझौता भी कराया था। जहां तक बात है आधार कार्ड में मोहल्ले का नाम लिखने की तो वो व्यक्ति द्वारा बताने पर लिखा जाता है। लेकिन वोटर आईडी में इस मोहल्ले का नाम बुध बाजार ही है”।

LIVE TV