कहानी उन जिंदा भूतों की… जिन्हें छूने से इंसान को मिलती है मौत

नई दिल्ली| पश्चिम अफ्रीका का एक छोटा सा देश है, बेनिन. इसकी भूसीमा पश्चिम में टोगो से, पूर्व में नाइजीरिया, बुर्कीना फ़ासो और उत्तर में नाइजर से मिलती है. एक लाख दस हजार वर्ग किलोमीटर में बसे इस देश में लगभग 85 लाख लोग रहते हैं लेकिन सबसे ख़ास है बेनिन में इगुनगुन का पाया जाना.

कहते हैं कि अफ्रीकी काले जादू वूडू की शुरुआत इस देश से ही हुई थी. लेकिन ये देश सिर्फ इस वजह से ही ख़ास नहीं है. इस देश में कुछ और भी है जो रोमांचक भी है और डरावना भी.

बेनिन में इगुनगुन नाम की एक सीक्रेट सोसायटी है. इसके सदस्यों के कई नाम हैं. कोई इन्हें चलता-फिरता पिशाच कहता है. कोई इगुनगुन कहता है. कोई ज़िंदा भूत.

बेनिन में इगुनगुन

यहां के लोग इन जिंदा भूतों को भगवान से भी बढ़ कर मानते हैं. इनका मुख्य काम गांव वालों के आपसी विवादों में टांग अड़ाना होता है. या यूं कहें तो यही लोग गांव वालों के प्राइवेट विवादों का पब्लिकली निपटारा करते हैं.

गांव वालों की मानें तो इन लोगों के माध्यम से मृत पूर्वज अपनी राय देते हैं. इगुनगुन का फैसला ईश्वर का संदेश होता है और भगवान से बड़ा कोई नहीं.

बेनिन में इगुनगुन

इगुनगुन लबादा ओढ़ने के साथ ढेर सारे रंग-बिरंगे कपड़े भी पहनते हैं. ये अपनी पहचान कभी नहीं उजागर करते. ये अपने चेहरे को हमेशा ढक कर रखते हैं.

जब बात विवाद सुलझाने की आती है तो कोई भी इगुनगुन अकेले फैसला नहीं देता. ये झुण्ड में बैठते हैं और बहुत ऊंचे स्वर और अस्पष्ट शब्दों में बोलते हैं.

बेनिन में इगुनगुन

देवता सामान माने जाने वाले इन ज़िंदा भूतों से एक भयानक मिथ भी जुड़ा है. वहां के लोग मानते हैं कि इगुनगुन किसी अन्य व्यक्ति को छू ले तो वह व्यक्ति तत्काल प्रभाव से मर जाएगा. साथ ही उस इगुनगुन की भी मौत हो जाएगी.

बेनिन में इगुनगुन

इस लिए हर एक इगुनगुन के साथ कुछ माइंडर, यानी चेतावनी देने वाले लोग भी चलते हैं. ये भी उनकी सोसायटी के सदस्य होते हैं. उनके हाथों में छड़ी होती है. ये माइंडर लोगों और इगुनगुन के बीच एक निश्चित दूरी बनाकर चलते हैं. यहां तक कि इगुनगुन कहीं बैठकर आराम भी करते हैं, तो माइंडर पहरा देते रहते हैं.

सबसे मजेदार बात यह है कि इगुनगुन ढोल की थाप पर बेहतरीन डांस करते हैं. इनके ग्रुप के साथ ढोल-नगाड़े बजाने वाले लोग भी होते हैं.

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