आरिफ से बिछड़ा सारस वन विहार की कैद से हुआ फुर्र, खोज में जुटे अधिकारी, अखिलेश हुए नाराज़
आरिफ का दोस्त सारस पक्षी विहार से गायब हो गया है। वन विभाग के अधिकारियों के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि आखिर आरिफ के पास से लाया गया सारस कहां गायब हो गया है। वहीं, इस घटना पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कड़ी नाराजगी जताई है।
सारस और आरिफ की दोस्ती की कहानी ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। मार्च 2022 में मंडखा निवासी आरिफ के खेत में एक सारस पक्षी घायल अवस्था में मिला था। आरिफ के मुताबिक उसके पैर में चोट लगी थी। आरिफ ने सारस का इलाज करके उसको ठीक किया। इसके बाद पक्षी उनके साथ ही रहने लगा। जहां आरिफ जाते वो उसके साय की तरह उसके साथ रहता। साथ रहता, घूमता यहां तक कि आरिफ के साथ भोजन भी करता। फरवरी में आरिफ व सारस की दोस्ती खबर इंटरनेट मीडिया के जरिए सार्वजनिक हुई तो आरिफ के इंटरनेट मीडिया एकाउंट से सारस के साथ उनके रहने, घूमने की खबरें वायरल होने लगी। दोनों की दोस्ती को सजीव देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग हर दिन मंडखा गांव पहुंच रहे थे।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी 5 मार्च को मंडखा गांव पहुंचकर आरिफ और सारस की दोस्ती को देखा। उन्होंने इसकी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर साझा की थी।इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि सपा सरकार ने उप्र के राज्य पक्षी सारस के संरक्षण के लिए सारस प्रोटेक्शन सोसाइटी, सारस मित्र स्कीम, इंटरनेशनल सारस कंजर्वेशन वर्कशाप व इंटरनेशनल क्रेन फाउंडेशन के साथ करार जैसे उपाय किये थे। आज भी हम सारस संरक्षण में सहयोग करने वालों के साथ खड़े हैं, लेकिन भाजपा सरकार नदारद है।
इसके बाद बीते मंगलवार को वन विभाग की टीम में शामिल उपखंड अधिकारी रणवीर मिश्र, क्षेत्रीय वनाधिकारी एसके शर्मा, पशु चिकित्सक डॉ. पवन कुमार वर्मा और डॉ. उमाकांत सिंह तथा वन दरोगा सुरेश कुमार मंडखा गांव पहुंचे। टीम ने कहा कि मुख्य प्रधान वन संरक्षक उत्तर प्रदेश का आदेश है कि सारस पक्षी को सलोन के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा जाए। आरिफ ने वन विभाग की टीम का सहयोग करते हुए खेत से सारस दोस्त को लाकर अपने हाथों से पिकअप वाहन पर बैठाया। इसके बाद वह स्वयं सारस को समसपुर पक्षी विहार छोड़ने गए।
अब गुरुवार को बताया गया कि सारस पक्षी समसपुर पक्षी विहार में भी नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को चार बजे के बाद से सारस को पक्षी विहार में नहीं देखा गया है। वन अधिकारी रुपेश के मुताबिक, कर्मचारियों को सारस की तलाश में लगाया गया है। इस बीच, अखिलेश यादव एक बार फिर प्रदेश सरकार पर बरस पड़े हैं। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट करते हुए बीजेपी को तत्काल सारस को खोजने की चेतावनी दी है।