सपा प्रमुख ने खोला राज, कीर्ति कोल का नामांकन क्यों हुआ था रद्द, जानिए पूरा मामला

उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दो सीटों के लिए एमएलसी चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार कीर्ति कोल का नामांकन रद्द होने के बाद। भाजपा के दोनों उम्मीदवारों ने चुनाव जीत लिया। वहीं इस बात को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुल कर बात की, सपा ने परिषद चुनाव में कीर्ति कोल के रूप में अपना उम्मीदवार खड़ा किया था और नामांकन पत्रों की जांच के दौरान कीर्ति कोल का फॉर्म खारिज कर दिया गया था। उसके बाद विपक्षी दलों ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा।

अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नामांकन रद्द करने का खुलासा किया, कीर्ति कोल का फॉर्म क्यों रद्द किया गया। अखिलेश यादव का कहना है कि उन्होंने चुनाव जीत लिया है और बीजेपी विधायक क्रॉस वोटिंग के लिए तैयार हैं। जब अखिलेश यादव से कीर्ति कोल का नामांकन रद्द करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘हम स्वीकार करते हैं कि उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है। यह हमारे कार्यालय की गलती है। दरअसल, दोनों सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी के दो उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। लेकिन जीत के गणित के हिसाब से सपा के पास जरूरी आंकड़े नहीं थे, लेकिन इसके बावजूद सपा ने अपना प्रत्याशी दे दिया।

सपा विधायक बोले- गलती हो गई
सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ​​ने बताया कि कैसे पेपर रिजेक्ट हुआ। इसकी जानकारी अखिलेश यादव ले रहे हैं.,उन्होंने कहा कि कीर्ति कोल ने चुनाव जीता था और भाजपा के कई विधायक क्रॉस वोटिंग के लिए जा रहे थे। परिषद चुनाव में भाजपा की जीत के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और सुभाष सपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने पार्टी की ओर से अखिलेश यादव पर निशाना साधा।

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