…तो इसलिए सुबह उठते ही होता है सिर में तेज दर्द

इस दुनिया में कई लोग ऐसे भी हैं जिनको सुबह उठते ही सिर में तेज दर्द का अहसास होता है। उनको रोज सुबह उठते ही चाय के स्थान पर सिर दर्द की दवाई लेने की आदत बन जाती है। अगर आप भी इस समस्या के शिकार हैं तो आपका इस समस्या का हल्के में लेना आप पर भारी पड़ सकता है। लोगों को लगता है कि सिर में तेल बदलती लाइफस्टाइल और तनाव के कारण के होता है लेकिन आपका ऐसा सोचना बिल्कुन गलत होता है। जबकि यह एक गंभीर समस्या है। जिसका नाम है मॉर्निंग हेडेक।

सिर में तेज दर्द

कारण

बीमारी

माइग्रेन व तनाव के अतिरिक्त भी कई तरह की बीमारियां भी मार्निंग हेडेक को जन्म देती हैं। इनमें हेमोरेज, साइनोसाइटिस, ब्रेन ट्यूमर, उच्च रक्त चाप की समस्या, डिप्रेशन, स्लीप एप्निया, इनसोमनिया अर्थात रात को ठीक तरह से नींद न आने की समस्या आदि प्रमुख होते हैं। वहीं कुछ स्थितियों में कई तरह की दवाईयों का सेवन, रात में अत्यधिक कॉफी या एल्कोहल का सेवन भी नींद में खलल पैदा करता है और रात को ठीक तरह से नींद न आने के कारण व्यक्ति को सुबह उठने के कारण सिर में भारीपन महसूस होता है।

सिर में तेज दर्द

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 गंभीर परिणाम

जो लोग सुबह के सिरदर्द को नजरअंदाज करते हैं या फिर हर सुबह सिर्फ दवाई लेकर ही काम चला लेते हैं, उन्हें बाद में इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। अगर मॉर्निंग हेडेक पर सही तरह से ध्यान देकर इसका इलाज न करवाया जाए तो इससे भविष्य में मनुष्य को पैरालिसिस, मिरगी के दौरे व असमय ही बेहोश होने जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती है।

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इलाज

अगर आपको सप्ताह में दो से तीन बार मॉर्निंग हेडेक होता है तो आपको डॉक्टर की तुरंत आवश्यकता है। आपको बिना देरी करें अपने डॉक्टर से मिल लेना चाहिए और आपको हर छोटी से बड़ी चीज को समझना भी चाहिए। अपनी लाइफस्टाइल को थोड़ा सा बदलाव भी लाना चाहिए। अगर रात में नींद ना आने की समस्या है तो आपको इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। तनाव के कारण अगर ऐसा है तो आपको सुबह जल्दी उठकर मेडीटेशन करना चाहिए। आपका रोज मेडिटेशन करना वैसे भी ठीक रहता है। कई बार आप दवाईयों की मदद से भी इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

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