मथुरा में बंदूक साफ करते समय चली गोली, भाभी की मौत; परिजनों ने रची झूठी कहानी

मथुरा जिले के बलदेव थाना क्षेत्र के गांव हथौड़ा में 16 सितंबर 2025 की देर रात एक दुखद घटना में पूजा उर्फ मीना (38) की गोली लगने से मौत हो गई। शुरुआत में परिजनों ने दावा किया कि अज्ञात बदमाशों ने दरवाजे पर ईंट मारकर पूजा को बाहर बुलाया और गोली मार दी। हालांकि, पुलिस जांच में यह कहानी झूठी निकली। असल में, पूजा के चचेरे देवर कुमरपाल द्वारा 12 बोर की लोडेड बंदूक से कारतूस निकालते समय गलती से गोली चल गई, जिससे यह हादसा हुआ।

गांव हथौड़ा की नगरिया निवासी दिनेश उर्फ दीपेंद्र की पत्नी पूजा को 16 सितंबर की रात करीब 10:30 बजे गोली लगी। गोली उनके हाथ की दो उंगलियों और पैर की जांघ में लगी। परिजन उन्हें पहले बलदेव के एक निजी अस्पताल, फिर सीएचसी बलदेव और अंत में आगरा ले गए, जहां 17 सितंबर की सुबह 9:30 बजे उनकी मृत्यु हो गई। परिजनों ने पुलिस को बताया कि बदमाशों ने दरवाजे पर ईंट मारी, और पूजा के बाहर निकलते ही गोली चला दी।

घटना की सूचना मिलने पर एसएसपी श्लोक कुमार, एसपी देहात सुरेश चंद्र, सीओ संजीव राय, और थानाध्यक्ष रंजना सचान ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। सीओ संजीव राय और थानाध्यक्ष रंजना सचान के नेतृत्व में पांच पुलिस टीमें जांच में जुटीं। पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस-वे और आसपास के मार्गों पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन बदमाशों की कोई फुटेज नहीं मिली। 24-25 लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस ने मामले की तह तक पहुंच गई।

चचेरे देवर कुमरपाल ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह बंदूक से कारतूस निकाल रहा था। उस समय घर के मुख्य दरवाजे पर उसकी पत्नी चंचल, मां महादेवी, और पूजा का देवर सुरेश खड़े थे। इसी दौरान बंदूक से गलती से गोली चल गई, जो पूजा को लगी। सीओ संजीव राय ने बताया कि कुमरपाल से पूछताछ जारी है, और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस और ग्रामीणों को गुमराह करने के लिए परिजनों ने बदमाशों द्वारा गोली मारने की कहानी गढ़ी थी। हालांकि, पुलिस की सघन जांच और सीसीटीवी फुटेज की कमी ने उनकी कहानी की पोल खोल दी। इस हादसे ने न केवल एक परिवार को दुख पहुंचाया, बल्कि बंदूक के गलत इस्तेमाल और उससे होने वाले खतरों को भी उजागर किया।

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