कॉमनवेल्थ गेम्स में निशानेबाजी को बरकरार रखने की होगी कोशिश : आईओए

नई दिल्ली। राष्ट्रमंडल खेलों के 2022 के संस्करण में निशानेबाजी स्पर्धा को हटाए जाने की आशंका की चिंता पर भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के महासचिव राजीव मेहता ने सोमवार को कहा कि इस खेल को राष्ट्रमंडल खेलों में आगे भी बरकरार रखने की कोशिश करेंगे। भारत के लिए एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों जैसे बड़े टूर्नामेंटों में निशानेबाजी अहम खेलों में से एक है।

कॉमनवेल्थ गेम्स में निशानेबाजीपिछली बार 2014 में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय निशानेबाजों ने चार स्वर्ण, नौ रजत और चार कांस्य पदक जीते थे। भारतीय खिलाड़ियों के लिए स्वर्ण पदक जीतने की चाह में कुश्ती के बाद निशानेबाजी दूसरा बड़ा खेल है।

राजधानी दिल्ली में सोमवार को आयोजित एक समारोह में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मेहता ने कहा कि आईओए 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी को बरकरार रखने के लिए हर भरसक प्रयास करेगा।

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मेहता ने कहा, “अप्रैल के पहले सप्ताह में होने वाली राष्ट्रमंडल संघ की बैठक में हम इस मुद्दे पर जोर देंगे। हमें निश्चित तौर पर इस मद्दे को लेकर चिंता है।”

साल 2004 ओलम्पिक खेलों में डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाले खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी आश्वासन दिया है कि भारतीय सरकार राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी को बरकरार रखने के लिए हर भरसक प्रयास करेगी।

राठौड़ ने कहा, “हम बर्मिघम आयोजकों को राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी को शामिल करने के लिए समझा रहे हैं और यह कोशिश जारी रहेगी।”

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