उन्नाव के अचलगंज थाना क्षेत्र के साहबखेड़ा गांव में एक सनसनीखेज घटना में अमित यादव (35) ने अपनी पत्नी गीता (30) और दो मासूम बेटियों निधि (6) व खुशी (10) की हत्या कर दी और फिर खुद फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। अमित को शक था कि उसकी पत्नी के गांव के ही एक युवक से अवैध संबंध हैं। वारदात से पहले उसने अपने साले को मैसेज भेजा, जिसमें लिखा था, “कोई गलती हो तो माफ करना।”

घटना का विवरण
अमित किसानी के साथ-साथ एक ट्रैक्टर एजेंसी में काम करता था। उसे शक था कि गीता के किसी युवक से नजदीकी संबंध हैं। इस बात को लेकर 2 मई को उसने गीता को पीटा था, जिसके बाद गीता अपनी बेटियों को लेकर रायबरेली के गुरुबक्शगंज थाना क्षेत्र के परसन्नापुरवा गांव में मायके चली गई थी। रविवार को अमित पत्नी और बेटियों को वापस घर लाया था।
रविवार देर शाम अमित परिवार के साथ लौटा था। उसके छोटे भाई संदीप के अनुसार, उसी दिन उनके फुफेरे भाई की शादी की बरात रायबरेली के डलमऊ गई थी। परिवार के ज्यादातर लोग बरात में शामिल थे, लेकिन अमित ने थकान का हवाला देकर जाने से मना कर दिया।
सोमवार सुबह खुला राज
सोमवार सुबह करीब 7:30 बजे पड़ोस के टिकरी गांव का एक गल्ला व्यापारी गेहूं खरीदने के लिए अमित के घर पहुंचा। उसने घर के रोशनदान पर लाल गमछा और बाल देखे। दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। इसी बीच बरात से लौटे अमित के छोटे भाई अजीत को सूचना मिली। वह पड़ोसी की छत से घर में दाखिल हुआ और कमरे का भयावह दृश्य देखकर चीख पड़ा।
अमित का शव छत के कुंडे से लटक रहा था, जबकि गीता और दोनों बेटियां एक ही चारपाई पर मृत पड़ी थीं। गीता के पेट पर एक बड़ा तकिया रखा था। किसी भी शव पर चोट के निशान नहीं थे।
पुलिस जांच और मैसेज
सूचना पर एसपी दीपक भूकर, एएसपी अखिलेश सिंह, सीओ ऋषिकांत शुक्ला और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। जांच में पता चला कि अमित ने सोते समय तकिए से मुंह दबाकर पत्नी और बेटियों की हत्या की। मोबाइल जांच में साले को भेजा गया मैसेज मिला, जिसमें उसने गलती की माफी मांगी थी।
मृतक के पिता उमेश चंद्र यादव ने गांव में चल रहे विवाद में हत्या का आरोप लगाया, लेकिन मोबाइल जांच से हकीकत सामने आ गई। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।