बाल गृह में बवाल, कारण पता चलने पर पुलिस रह गई Shocked

रिपोर्ट- आदर्श त्रिपाठी  

हरदोई। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में आज रात राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में बंद बाल बंदियों के दो गुटों में आपस में बवाल हो गया। संप्रेक्षण गृह के अंदर नशे की चीजों और यौन दुर्व्यवहार के मामले को लेकर बाल बंदियों के दो गुटों में हुए बवाल में 15 बाल बंदी गंभीर रूप से घायल हो गए। बाल बंदियों के बीच संप्रेक्षण गृह के अंदर बवाल के बाद अफरा तफरी मच गई। घटना की सूचना पाकर भारी संख्या में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और करीब 1 घंटे के बाद बाल बंदियों के बीच चल रहा आपस में बवाल पर काबू पाया जा सका।  जिसके बाद बवाल में घायल 15 बाल बंदियों को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।  घटना के बाद से पुलिस के अफसर बाल संप्रेक्षण गृह में डेरा डाले हुए हैं। बाल सम्प्रेक्षण गृह में हुई इस घटना के बाद प्रशासन ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं।

नाबालिग कैदी

शहर कोतवाली इलाके के रद्दे पुरवा रोड पर बाल संप्रेक्षण गृह में पुलिस संप्रेक्षण गृह में आपस में बाल कैदियों में हुई जमकर मारपीट और बवाल के बाद घायल बाल कैदियों को निकालने में जुटी हुई है। एक के बाद एक एम्बुलेंस अंदर और बाहर जा रही है। दरअसल आज रात करीब आठ बजे बाल  संप्रेक्षण गृह में बंद 70 बाल बंदियों के बीच आपस में संघर्ष हो गया।  बताया जाता है की झगड़े की शुरुआत दो गुटों में नशे के सामान और यौन दुर्व्यवहार को लेकर पहले आपस में बातचीत के साथ शुरू हुई उसके कुछ देर बाद दोनों गुटों में बाल संप्रेक्षण गृह की अंदर की बैरकों में संघर्ष होने लगा। कुछ ही देर में बाल संप्रेक्षण गृह के अंदर का नजारा अखाड़े में तब्दील हो गया। अंदर बंद बाल कैदियों के हाथ जो भी कुछ लगा उससे एक दूसरे के ऊपर हमला बोल दिया।

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बाल संप्रेक्षण गृह में बवाल होता देख  वहा तैनात कर्मचारियों ने तत्काल पुलिस और प्रशासन को सूचित किया। जिसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।  किसी तरह बाल बंदियों के बीच अंदर बैरकों में घुसकर बवाल को काबू किया। बाल बंदियों के बीच आपसी बवाल जब तक शांत होता तब तक 15 बाल बंदी लहूलुहान हो गए जिनको तत्काल एम्बुलेंस के जरिये उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया। हालांकि मामला बाल संप्रेक्षण गृह में नशे के सामान और कुछ बड़े बाल बंदियों द्धारा छोटी उम्र के बाल बंदियों के साथ यौन दुर्व्यवहार का बताया जाता है लेकिन प्रशासन फिलहाल इस मामले में पर्दा डालकर पूरे मामले में की मजिस्ट्रेटी जांच कराने का दावा कर रहा है।

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हालांकि बाल संप्रेक्षण गृह में बाल कैदियों के बीच आए दिन कोई ना कोई बवाल होता रहता है लेकिन प्रशासन पूरे मामले में कोई ठोस एक्शन अभी तक लेता नजर नहीं आया है।  जिसके कारण आज फिर बाल सम्प्रेक्षण गृह में एक बार फिर उपद्रव की तस्वीरें सामने आई हैं। प्रशासन उपद्रव की मूल वजह भले ही छिपाने में जुटा है लेकिन बाल संप्रेक्षण गृह में हादसे के बाद घायल होकर जिला चिकित्सालय पहुंचे बाल बंदीयो ने संप्रेक्षण गृह के अंदर नशेबाजी और यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर प्रशासनिक लापरवाही का सच जरूर उजागर कर दिया है। सम्प्रेषण गृह में 16 वर्ष तक के बाल कैदियों को रखा जाता है जिनमे से धीरज ,अम्बुज ,छोटू ,बोनी ,करन,सूरज ,अंकित ,चंद्रप्रकाश ,विनय और अभिनव सिंह को गंभीर चोटे आयी है।

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