जर्जर भवन में चल रहा विद्यालय, छात्र पढ़ने को मजबूर

सिद्धार्थनगर। प्रदेश सरकार शिक्षा में सुधार के लिए कुछ भी कर ले, लेकिन हकीकत कुछ अलग ही बयां कर रही है। सिद्धार्थनगर जिले के अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों के भवन जर्जर हैं। यह विद्यालय इस कदर जर्जर हैं कि यहां पढ़ने वाले छात्र गांव के एक मन्दिर में बैठकर पढ़ने को मजबूर है। हम बात कर रहे हैं जिले के डुमरियागंज तहसील के तैरना गांव की।

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इस गांव में बच्चों को शिक्षित करने के लिए जो प्राथमिक स्कूल बनाया गया है, वह काफी समय से जर्जर पड़ा है। इस विद्यालय में 53 छात्रों ने पढ़ने के लिए नाम लिखवाया है। स्कूल में पढ़ने वाले छात्र मजबूरी में गांव के एक मंदिर में बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस गांव में जो विद्यालय बना है उस विद्यालय में बाउण्ड्री तक नहीं है और ऊपर से जर्जर भवन होने के कारण छात्रों के अभिभावको में किसी अनहोनी को लेकर भय बना रहता है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य ने इसकी लिखित सूचना बेसिक शिक्षा अधिकरी को भी दी है। फिर भी यह अधिकारी बच्चों के जिन्दगियों से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जब विद्यालय भवन जर्जर है और छात्र गांव के मन्दिर में पढ़ने को मजबूर हैं तो ऐसे में जिले की शिक्षा का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा जिले के शिक्षा विभाग के इस रवैये से लगाया जा सकता है।

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