हिंदू धर्म में सावन के महीने का अपना अलग ही महत्व होता है। इस महीने लोग भगवान शिव के लिए व्रत रखते हैं। कुवांरी लड़कियां भगवान शिव का व्रत रखती है जिससे उन्हें मनचाहा वर मिले। वहीं सुहागिन महिलाएं पति की लम्बी सेहत और लंब्री उम्र के लिए व्रत रखती है। आइए जानते है व्रत से जुड़े कुछ नियम

- शिवलिंग को छूने से माता पार्वती नाराज हो जाती है। इस कारण महिलाओं को शिवलिंग को हाथ नहीं लगाना चाहिए। ऐसा नहीं है कि महिलाएं शिवलिंग की पूजा नहीं कर सकती।
- महिलाओं को बाल खुले नहीं छोड़ने चाहिए इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है। विवाह के दौरान माता सीता की मां ने भी बाल बांधे रखने के लिए कहा था। कहा जाता है कि बंधे हुए बाल रिश्तों को भी बांधकर रखते हैं।
- भगवान शिव को हल्दी लगाना अशुभ होता है। पूजा में शिव भगवान को भांग, धतूरा, बेलपत्र, सफेद फूल, शहद, फूल आदि चढ़ाएं।
- सावन के महीने में भूलकर भी शराब, मांस-मछली और तामसिक भोजन का सेवन न करें।
- सावन में अदरक, मूली, बैंगन, लहसुन, कढ़ी, गन्ने का जूस, काली मिर्च और प्याज का सेवन करने की मनाही होती है।
- मासिक धर्म के दौरान महिलाएं शिवलिंग की पूजा न करें।
- व्रत रखने के दौरान काले वस्त्र न धारण करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है।