
नई दिल्ली। वैश्विक ट्रैवल गियर और लगेज निर्माता सैमसोनाइट को उम्मीद है कि भारत में उसकी बिक्री में 18-20 फीसदी की वृद्धि होगी और 2018 के अंत तक कुल 1,600 करोड़ रुपये तक का आंकड़ा छू लेगी।
सैमसोनाइट दक्षिण एशिया की कार्यकारी निदेशक (मार्केटिंग) अनुश्री तैनवाला ने एक समाचार एजेंसी को बातचीत के दौरान बताया, “साल 2017 में, हमारी बिक्री 1,250 करोड़ रुपये की रही थी। हमारा लक्ष्य 2018 में बिक्री में 18-20 फीसदी की बढ़ोतरी करना है और हम 1,600 करोड़ रुपये के आंकड़े को छू लेंगे।”
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सैमसोनाइट की अधिकारी ने कहा, “भारत में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 38-40 फीसदी है और अगले दो सालों में हम यहां 45 फीसदी की बाजार हिस्सेदारी हासिल करना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि नासिक संयंत्र की क्षमता बढ़ाने के साथ, कंपनी देश में डिजाइन और विकास में काफी निवेश करेगी।
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तैनवाला ने कहा, “वर्तमान में हम इस संयंत्र में हर माह करीब 80,000 पीस बनाते हैं। हमारा लक्ष्य इसे बढ़ाकर जून तक 1 लाख पीस करना है और इस साल के अंत तक इसे 2 लाख पीस कर दिया जाएगा।”
कार्यकारी निदेशक के मुताबिक, साल 2018 में कंपनी का सबसे ज्यादा जोर कमीलंट ब्रांड (किफायती सुटकेस) पर है, जिसे 2016 के आखिर में लांच किया गया था।
उन्होंने कहा, “पहले साल में ही इसकी बिक्री 100 करोड़ रुपये से अधिक रही है। हम हर साल इसकी (कमीलंट की) बिक्री दोगुना करना चाहते हैं।”
भारत में निवेश के बारे में पूछे जाने पर तैनवाला ने कहा, “कमीलंट एक कम मूल्य का खंड है और इसकी प्रतिस्पर्धा स्काईबैग, वीआईपी या सफारी से है। इसलिए कमीलंट में हम खूब सारा निवेश कर रहे हैं, साथ ही अमेरिकन टुरिस्टर में भी।”
उन्होंने कहा, “ई-कॉमर्स के आने के बाद भी पारंपरिक दुकानों में हमारी बिक्री नहीं घटी है। हालांकि ई-कॉमर्स की वृद्धि दर ज्यादा है।”
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