बज गयी खतरे की घंटी… रिपोर्ट में हुआ खुलासा, जानें क्या है मामला

वाशिंगटन। साल 2017 में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन अब तक के सबसे उच्चस्तर पर दर्ज किया गया। 2017 में जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया भर में उच्च तापमान और आर्कटिक में बर्फ पिघलने का रिकॉर्ड स्तर दर्ज किया गया। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सरकार के राष्ट्रीय महासागर एवं वायुमंडलीय प्रशासन के नेतृत्व वाली ‘स्टेट ऑफ द क्लाइमेट इन 2017’ रिपोर्ट अमेरिकी मौसम विज्ञान सोसाइटी द्वारा बुधवार को प्रकाशित की गई।

 जलवायु परिवर्तन

रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले साल पृथ्वी की सतह पर वार्षिक वैश्विक औसत कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ 2) सघनता 405 पीपीएम थी जो 2016 के मुकाबले में 2.2 पीपीएम ज्यादा थी और आधुनिक वायुमंडलीय माप रिकॉर्ड में अब तक सबसे अधिक थी।

इसमें कहा गया कि सीओ2 की वैश्विक वृद्धि दर 1960 की शुरुआत से चौगुनी हो गई है।

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अध्ययन में कहा गया कि स्पेन, अर्जेंटीना, उरुग्वे और बुल्गारिया समेत अन्य देशों में रिकॉर्ड-उच्च वार्षिक तापमान दर्ज किया गया जबकि मैक्सिको में लगातार चौथे वर्ष तापमान ने अपना वार्षिक रिकॉर्ड तोड़ा।

रिपोर्ट में कहा गया कि प्रारंभिक आंकड़ों से संकेत मिला है कि दुनिया भर में ग्लेशियर लगातार 38वें वर्ष धीरे-धीरे सिकुड़ रहे हैं।

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