
दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार शाम हुए कार विस्फोट के बाद दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है। इस हाई-इंटेंसिटी धमाके में कम से कम 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 25 से अधिक घायल हैं।
सुरक्षा उपायों के तहत लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 और गेट नंबर 4 को आगे आदेश तक बंद कर दिया गया है। पुलिस ने घटनास्थल को घेराबंदी कर लिया है और जांच तेज कर दी है।
जांच में जम्मू-कश्मीर के दो व्यक्तियों, तारिक और उमर मोहम्मद के शामिल होने का खुलासा हुआ है। अधिकारियों के अनुसार, धमाके वाली हुंडई i20 कार (नंबर HR 26 7624) मूल रूप से हरियाणा के सलमान के पास थी, जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पूछताछ में सलमान ने बताया कि उसने कार दिल्ली के ओखला निवासी देवेंद्र को बेची थी। देवेंद्र ने फिर इसे हरियाणा के अंबाला के एक व्यक्ति को ट्रांसफर किया। सलमान ने कार के सभी दस्तावेज पुलिस को सौंप दिए हैं, और अब क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के साथ मिलकर वाहन के वास्तविक मालिक का पता लगाया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि कार तारिक नाम के व्यक्ति को बेची गई थी, और उसके लिंक ट्रेस करने व वाहन के उपयोग के उद्देश्य की जांच चल रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “विस्फोट चलती कार के अंदर हुआ, जिसमें तीन लोग सवार थे। धमाके के बाद कोई गड्ढा नहीं बना। घायलों के शरीर पर कोई पेलेट या छेद नहीं मिला, जो बम ब्लास्ट में असामान्य है।” फायर डिपार्टमेंट के एक अधिकारी के अनुसार, आग में छह कारें, दो ई-रिक्शा और एक ऑटो रिक्शा जलकर नष्ट हो गए। धमाके की तीव्रता इतनी थी कि कई मीटर दूर खड़ी गाड़ियों के शीशे टूट गए, और आवाज आईटीओ तक सुनाई दी, जो घटनास्थल से कुछ किलोमीटर दूर है।
दिल्ली पुलिस ने यूएपीए, विस्फोटक अधिनियम और बीएनएस की धाराओं के तहत कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की है। एनआईए, एनएसजी और फॉरेंसिक टीमें जांच में जुटी हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार सुबह उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। अमेरिका और ब्रिटेन ने भी यात्रा सलाह जारी कर अपने नागरिकों को सतर्क रहने को कहा है।





