जानिए… घर में स्वस्तिक बनाने का कारण व सही नियम

स्वास्तिकहिन्दू धर्म में स्वस्तिक बहुत अधिक महत्त्व हैं। पुराने समय से ही हिन्दू धर्म में लोग स्वस्तिक का निशान बनाते आ रहे हैं। स्वस्तिक का निशान बनाते समय कई नियम का ध्यान रखा जाता था लेकिन आज के जमाने में कई लोग इन नियमों का पालन नहीं करते है, और ना ही वे इसे बनाने के पीछे का कारण जानते हैं। आपको स्वस्तिक से जुड़ी जरुरी चीजें बताएंगे।

 क्यों बनाया जाता है स्वस्तिक का निशान?

बहुत से लोगो नहीं पता होगा कि घर के अन्दर स्वस्तिक का निशान क्यों बनाते हैं? दरअसल स्वस्तिक के निशान को हिन्दू धर्म में शुभ माना गया हैं। यह घर के अन्दर सकारात्मक उर्जा फैलाने का काम करता हैं।

घर में सही जगह और सही तरीके से बनाया गया स्वस्तिक का निशान आपके घर को पॉजिटिव एनेर्जी से भर देता हैं। फिर उस घर में धन की कभी कोई कमी नहीं होती हैं।

यह भी पढ़ें:- खाने के साथ जिंदगी के स्वाद को भी बरकरार रखेगा चुटकी भर नमक

घर में कहाँ बनाए स्वस्तिक का निशान?

बहुत से लोगों को पता नहीं होता है कि घर के किस कोने में स्वास्तिक को बना सकते हैं? बता दे कि हिन्दू शास्त्रों के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर स्वस्तिक का निशान बनाना सबसे अधिक लाभकारी होता हैं।

इन नियमों का रखें ध्यान

  1. स्वस्तिक को हमेशा घड़ी की दिशा के अनुरूप ही बनाना चाहिए। जिस प्रकार घड़ी की सुई का काँटा घूमता हैं उसी प्रकार स्वस्तिक को भी बनाना चाहिए।
  2. स्वस्तिक का निशान बनाने के लिए कुमकुम, हल्दी या चन्दन का ही इस्तेमाल करे। इन तीन चीजो के अलावा किसी और सामग्री से स्वास्तिक ना बनाए।
  3. घर में गलत तरीके से बनाया गया स्वास्तिक आपके लिए अशुभ हो सकता हैं। इसलिए स्वास्तिक बनाते समय इन बातों का ख्याल जरूर रखे।
  4. स्वस्तिक का मुंह हमेशा उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। इसका कारण यह हैं कि उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा माना जाता हैं। इसलिए इस दिशा में स्वास्तिक बनाने से धन लाभ होता हैं।
  5. स्वस्तिक की बॉर्डर बनाने के बाद इनके बीच चारो खाली जगह पर चार बिंदी अवश्य बनाए।

यह भी पढ़ें:-शिव मंदिर में आप भी बजाते हैं ताली तो भुगतना पड़ सकता है दुष्परिणाम

LIVE TV