Ram Mandir Dispute: राम मंदिर विवाद पर बोले CM योगी, कहा “अब हमें ही करना पड़ेगा ये बड़ा काम”
UP के CM योगी ने हाल ही में राम मंदिर को लेकर दिए अपने बयान में काफी बातें साफ़ कर दिन हैं. उन्होंने कहा कि मध्यस्थता के प्रयास जब सफल नहीं हो पाए हैं तो हमें ही मजबूरन कोई ऐसा कदम उठाना पड़ेगा. जिससे इस मुद्दे को सुलझाया जा सके. CM योगी शनिवार को अयोध्या पहुंचे थे उन्होंने वहां जाकर सबे पहले राम लला की मूर्ति स्थापना स्थल का निरीक्षण किया. इस दौरान CM योगी बोले कि वे अब कोर्ट से फैसले का इन्तजार कर रहें हैं, जहाँ दूसरी तरफ कोर्ट अब 6 अगस्त से हर रोज इस मामले की सुनवाई करेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि हाईकोर्ट के निर्णय के परिमार्जन में सुप्रीम कोर्ट जन भावनाओं का सम्मान करेगा. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हो, हर भारतीय की यही इच्छा है, लेकिन बड़े काम के लिए भूमिका भी बड़ी होनी चाहिए.’ योगी ने राम मंदिर आंदोलन से जुड़े संत दिवंगत रामचंद्र दास के नाम से दिगंबर अखाड़ा के परिसर में निर्मित बहुउद्देश्यीय हॉल का उद्घाटन किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या जैसा इतिहास किसी का नहीं है. अयोध्या में त्योहारों में साफ-सफाई नहीं होती थी, लेकिन जब से हमारी सरकार आई और दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की, तब लोगों ने हमें धन्यवाद दिया.
उन्होंने कहा कि अयोध्या को हम पर्यटन के शिखर पर ले जाना चाहते हैं. इसकी योजना पर प्रदेश सरकार काम कर रही है. कुछ दिनों के बाद बड़ी योजनाएं जमीन पर दिखेंगी. दीपोत्सव को सारे विश्व में सराहना मिली. अब त्रेतायुग को पहचान अयोध्या में रिक्रिएट करके रामायण काल के म्यूजियम को अंतिम रूप दिए जाने की योजना पर काम हो रहा है.
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योगी ने कहा कि अयोध्या में एक नई पहल शुरू होने वाली है. पर्यटन को लेकर यूपी सरकार बहुत काम कर रही है. उन्होंने कहा, ‘परमहंस रामचंद्र दास के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.
परमहंस जी का जीवन समाज के लिए समर्पित रहा है. राम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में परमहंस जी ने अग्रणी भूमिका निभाई. परमहंस जी आजीवन राम के मूल्यों को स्थापित करने का प्रयास करते रहे. लाखों कारसेवकों ने इस आंदोलन के प्रति अपना जीवन समर्पित कर दिया. हमारे दादा गुरु दिग्विजयनाथ महाराज सन् 1934 से ही मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे.’