
नई दिल्ली| 2जी केस में सीबीआई की विशेष अदालत का फैसला आते ही संसद में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया है. इस फैसले में तत्कालीन दूर संचार मंत्री रहे ए राजा और द्रमुक नेता कनिमोझी सहित सभी आरोपियों को क्लीन चिट मिली है.
संसद में विपक्ष का हंगामा
विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने राज्यसभा में इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया. ज़ोरदार हंगामे के बाद राज्यसभा को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है.
उन्होंने सदन में कहा कि जिस घोटाले के कारण हमारी सरकार गई, वो घोटाला तो हुआ ही नहीं. बीजेपी इस मुद्दे पर जवाब दे.
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कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने इस फैसले पर ख़ुशी जताते हुए इसे सच की जीत बताया है.
उन्होंने कहा कि अब जब अदालत ने मां लिया है कि कोई घोटाला नहीं हुआ तो भाजपा को माफ़ी मांगनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस की नैतिक जीत है. इस मसले पर भाजपा हमेशा गलत बयानबाजी करती रही है. अब जब कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है तब भाजपा को माफ़ी मांगनी चाहिए.
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संसद में चल रहे गतिरोध पर केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हार चुकी है, निराशा में है. इसलिए संसद में गतिरोध पैदा कर रहे हैं इससे कोई फायदा होने वाला नहीं है.
इससे पहले, दिल्ली की स्थानीय अदालत ने गुरुवार को 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया. विशेष न्यायाधीश ओ.पी.सैनी ने पूर्व दूरसंचार मंत्री ए.राजा और डीएमके सांसद कनिमोझी सहित सभी आरोपियों को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर दोनों मामलों में बरी कर दिया.
कांग्रेस नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के दौरान 2008 में दूरसंचार विभाग द्वारा 2जी स्पेक्ट्रम के लाइसेंस आवंटन में कथित तौर पर अनिमितता हुई थी, जिसका 2010 में कैग की रिपोर्ट के बाद व्यापक स्तर पर खुलासा हुआ था.