स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर राहुल गांधी ने जो कहा उसका जवाब पीएम भी नहीं दे पाएंगे!
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को ‘कांग्रेसमैन’ सरदार पटेल की 143वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वह ‘ढृढ़ इच्छाशक्ति’ से भरे व्यक्ति थे और ‘कट्टरता या सांप्रदायिकता के प्रति सहिष्णु नहीं’ थे।
राहुल ने कहा, “सरदार पटेल एक देशभक्त थे, जिन्होंने स्वतंत्र, संगठित और धर्मनिरपेक्ष भारत के लिए लड़ाई लड़ी।”
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राहुल ने कहा, “ढृढ़ इच्छाशक्ति और करुणा से भरा हुआ एक व्यक्ति। वह हृदय से कांग्रेसी थे, जो कट्टरता और संप्रदायिकता के प्रति सहिष्णु नहीं थे।”
Ironic that a statue of Sardar Patel is being inaugurated, but every institution he helped build is being smashed. The systematic destruction of India's institutions is nothing short of treason. #StatueOfUnity
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 31, 2018
Sardar Patel was a patriot, who fought for a independent, united & secular India. A man with a steely will, tempered by compassion, he was a Congressman to the core, who had no tolerance for bigotry or communalism. On his birth anniversary, I salute this great son of India.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 31, 2018
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उन्होंने कहा है कि सरदार पटेल एक देशभक्त थे, जिन्होंने एक स्वतंत्र, एकजुट और धर्मनिरपेक्ष भारत के लिए संघर्ष किया था। वह एक दृढ़ इच्छाशक्ति वाले इंसान थे और हृदय से कांग्रेसी थे, जिन्हें कट्टरता और संप्रदायवाद बिल्कुल भी पसंद नहीं था। मैं भारत के इस महान सपूत को सलाम करता हूं।’
पटेल का जन्म गुजरात को नाडियाड में 31 अक्टूबर, 1875 को हुआ था। वह देश के पहले उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री थे। पटेल को देश के लौह पुरुष के नाम से भी जाना जाता है।