कुंभ मेले का यूनेस्को में सूचीबद्ध होना गर्व की बात : मोदी

कुंभ मेलेनई दिल्ली| हिंदू तीर्थयात्रियों के श्रद्धा के प्रतीक कुंभ मेले के यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल होने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इसे देश के लिए गर्व और खुशी की बात बताया।

मोदी ने ट्वीट कर कहा, “भारत के लिए बेहद खुशी और गर्व की बात।”

विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा था कि यूनेस्को के अंतर्गत अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए अंतरसरकारी समिति ने दक्षिण कोरिया के जेजू में 12वें सत्र के कुंभ मेले का उद्घाटन किया। भारत की ओर से दो सालों में योग और नवरोज (पारसी नववर्ष) के बाद कुंभ मेला यूनेस्को को सूचीबद्ध किया गया है।

यह भी पढ़ें : स्कूलों में योगी सरकार कराएगी भगवद् गीता प्रतियोगिता

बता दें कि कुंभ पर्व हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु कुंभ पर्व स्थल हरिद्वार, प्रयाग, उज्जैन और नासिक में स्नान करते हैं। इनमें से प्रत्येक स्थान पर प्रति बारहवें वर्ष इस पर्व का आयोजन होता है। हरिद्वार और प्रयाग में दो कुंभ पर्वों के बीच छह वर्ष के अंतराल में अर्धकुंभ भी होता है।

यह भी पढ़ें : यूनेस्को के अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में दर्ज हुआ कुंभ मेला

खगोल गणनाओं के अनुसार यह मेला मकर संक्रांति के दिन प्रारम्भ होता है, जब सूर्य और चन्द्रमा, वृश्चिक राशी में और वृहस्पति, मेष राशी में प्रवेश करते हैं। मकर संक्रांति के होने वाले इस योग को “कुम्भ स्नान-योग” कहते हैं और इस दिन को विशेष मंगलिक माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन पृथ्वी से उच्च लोकों के द्वार इस दिन खुलते हैं और इस प्रकार इस दिन स्नान करने से आत्मा को उच्च लोकों की प्राप्ति सहजता से हो जाती है। यहाँ स्नान करना साक्षात स्वर्ग दर्शन माना जाता है।

LIVE TV