फतेहपुर में किसान नेता, परिवार की तिहरी हत्या में शामिल भगोड़ों से पुलिस की मुठभेड़, 2 गिरफ्तार
फतेहपुर में सड़क विवाद बढ़ने के बाद तिहरे हत्याकांड की घटना हुई, जिसके परिणामस्वरूप किसान नेता पप्पू सिंह, उनके बेटे और भाई की मौत हो गई, जिससे गांव में विरोध प्रदर्शन और अशांति फैल गई।

फतेहपुर जिले में मंगलवार सुबह एक प्रमुख किसान नेता समेत परिवार के तीन सदस्यों की नृशंस हत्या से जुड़े फरार अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो अपराधी पैर में गोली लगने से घायल हो गए। आरोपियों को गिरफ्तार कर मेडिकल के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) धवल जायसवाल ने पुष्टि की कि तिहरे हत्याकांड में शामिल चार आरोपियों को अब तक गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ आगे सख्त कार्रवाई की जाएगी। अपराध के सिलसिले में छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पंचायत चुनाव और पुरानी रंजिश से जुड़ी है हत्या
यह दुखद घटना सोमवार की सुबह हथगाम थाना क्षेत्र के ताहिरापुर चौराहे के पास हुई। किसान नेता पप्पू सिंह, उनके बेटे अभय सिंह और भाई रिंकू सिंह की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। ऐसा लगता है कि हत्या पुरानी रंजिश और हाल ही में हुए पंचायत चुनाव को लेकर तनाव के चलते की गई। पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत पर पूर्व ग्राम प्रधान मुन्नो सिंह समेत छह आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। अपराधियों की तलाश के लिए अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) ने दस पुलिस टीमों के गठन का आदेश दिया है।
पुलिस मुठभेड़ और गिरफ्तारियां
मंगलवार की सुबह खागा कोतवाली क्षेत्र के बदलुवापुर मोड़ के पास नियमित जांच के दौरान पुलिस को एक संदिग्ध स्कॉर्पियो गाड़ी आती दिखी। पुलिस ने गाड़ी को रोकने का प्रयास किया, लेकिन उसमें सवार बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इस दौरान हुई गोलीबारी में सज्जन सिंह और पीयूष सिंह नामक दो बदमाशों के पैर में गोली लग गई।
दोनों को गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो पिस्टल, कारतूस, एक काली स्कॉर्पियो गाड़ी, मोबाइल फोन और 1700 रुपये नकद समेत कई हथियार बरामद किए हैं। मुठभेड़ प्रेमनगर-बुधवां रोड पर बरकतपुर के पास हुई, जहां आरोपियों ने भागने की कोशिश की।
गांव में तनाव
पप्पू सिंह, उनके बेटे अभय सिंह और उनके भाई पिंकू सिंह की हत्याओं ने क्षेत्र में काफी अशांति पैदा कर दी है। 50 वर्षीय पप्पू सिंह भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) की जिला इकाई के उपाध्यक्ष थे। उनके बेटे अभय की उम्र 22 वर्ष थी और उनके छोटे भाई पिंकू की उम्र 45 वर्ष थी। शांति बनाए रखने और आगे की हिंसा को रोकने के लिए, अखरी गांव में प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) सहित भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस मामले में शेष आरोपियों को गिरफ्तार करने और पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए अपने प्रयास जारी रखे हुए है।