विश्व जल दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी का संदेश: ‘भविष्य की पीढ़ियों के लिए जल संरक्षण महत्वपूर्ण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को विश्व जल दिवस के अवसर पर जल संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को विश्व जल दिवस के अवसर पर जल संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। सभ्यता में जल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने भावी पीढ़ियों के लिए इस अमूल्य संसाधन की सुरक्षा हेतु सामूहिक कार्रवाई का आग्रह किया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, “विश्व जल दिवस पर हम जल संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं। जल सभ्यताओं की जीवन रेखा रहा है और इसलिए भविष्य की पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित करना अधिक महत्वपूर्ण है!”
जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार, जल संरक्षण के लिए लोगों की कार्रवाई – सामुदायिक संपर्क को बढ़ावा देने की दिशा में इस अभियान का विषय जलवायु परिवर्तन और बढ़ती जल चुनौतियों के मद्देनजर जल सुरक्षा, वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण के महत्व को रेखांकित करना है। यह पहल देश भर के 148 जिलों पर केंद्रित होगी, जिससे जल संसाधनों के स्थायी प्रबंधन को सुनिश्चित करने में सरकारी एजेंसियों, समुदायों और हितधारकों के बीच बेहतर तालमेल को बढ़ावा मिलेगा।
जल शक्ति अभियान: कैच द रेन – 2025 का उद्देश्य जल संरक्षण के लिए राष्ट्रव्यापी जागरूकता और कार्रवाई को बढ़ावा देना है, जिससे ‘हर बूंद मायने रखती है’ के सपने को हकीकत बनाया जा सके। अभियान सभी नागरिकों से अभिनव समाधानों और जमीनी स्तर पर भागीदारी के माध्यम से भारत के जल भविष्य को सुरक्षित करने में हाथ मिलाने का आह्वान करता है। विश्व जल दिवस 1993 से हर वर्ष 22 मार्च को मनाया जाता है। यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाया जाने वाला एक वार्षिक कार्यक्रम है, जो मीठे पानी के महत्व पर केंद्रित होता है। विश्व जल दिवस का मुख्य उद्देश्य सतत विकास लक्ष्य 6 की प्राप्ति में सहयोग करना है: 2030 तक सभी के लिए जल और स्वच्छता।