
PM मोदी रविवार को एक दिन के दौर पर देहरादून पहुंचे हैं। यहां प्रधामंत्री मोदी ने देहरादून इन्वेस्टर्स समिट 2018 का उद्घाटन किया और इसके बाद वे देश के बड़े निवेशको सम्बोधित करेगें पीएम मोदी के साथ उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद हैं। इस समिट में कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे. यह समिट दो दिन तक चलेगा. गृहमंत्री राजनाथ सिंह 8 अक्टूबर को समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगे।
कई केन्द्रीय मंत्री भी हैं मौजूद
समिट में केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद, नितिन गडकरी, अनंत जी गीते, सुरेश प्रभु, केजे अल्फोंस, राज्यवर्धन सिंह राठौर व अन्य केंद्रीय मंत्री और केंद्रीय मंत्रालय के अफसर भी सम्मेलन में मौजूद हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रदेश कैबिनेट मंत्री, सांसद व विधायक अतिथियों की अगवानी कर रहे हैं। इन्वेस्टर्स समिट में देश दुनिया के डेढ़ हजार से ज्यादा निवेशक व डेलीगेट्स शामिल हो रहे हैं। अब तक 80 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव सरकार को मिले हैं। वहीं 70 हजार करोड़ के प्रस्तावों पर निवेशकों के साथ करार हुआ है।
राज्य गठन के बाद से उत्तराखंड में अब तक जितना औद्योगिक निवेश हुआ है। उससे दोगुने निवेश के प्रस्ताव सरकार को इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से मिले हैं। 2001 से लेकर 2017 तक राज्य में एमएसएमई सेक्टर व बड़े उद्योगों में कुल 48 हजार करोड़ का निवेश हुआ है। जबकि समिट के आयोजन से सरकार को प्रदेश में 80 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले। इसमें 70 हजार करोड़ के प्रस्ताव पर निवेशकों के साथ करार हो चुका है।
ये निवेश धरातल पर उतरे तो उत्तराखंड के औद्योगिक विकास की तस्वीर बदलेगी और करीब दो लाख लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की संभावना है। इसके बाद प्रशिक्षित युवाओं को नौकरी के लिए प्रदेश से पलायन नहीं करना पड़ेगा।
इन 12 कोर सेक्टरों में होगा निवेश
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उत्तराखंड में निवेश के लिए सरकार ने 12 कोर सेक्टर चिन्हित किए हैं। इसमें आयुष व वेलनेस, पर्यटन, फूड प्रोसेसिंग, हार्टिकल्चर एंड फ्लोरीकल्चर, फार्मास्युटिकल्स, सूचना प्रौद्योगिकी, नेचुरल फाइबर, बायो टेक्नोलॉजी, सोलर ऊर्जा, ऑटोमोबाइल, हर्बल एंड ऐरोमेटिक, फिल्म शूटिंग सेक्टर में निवेश के लिए निवेशकों की ओर इच्छा जताई गई।
छोटे उद्योगों में ज्यादा रोजगार
राज्य में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) में कम निवेश पर रोजगार की ज्यादा संभावना है। वर्ष 2016-17 तक प्रदेश में एमएसएमई क्षेत्र में 55 हजार उद्योग स्थापित किए गए। इसमें 11 हजार 600 करोड़ का निवेश किया गया। इसमें 2.72 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला। जबकि प्रदेश में 273 बड़े उद्योगों में 35 हजार करोड़ का निवेश कर 1.32 लाख लोगों को ही रोजगार मिला है।
राज्य गठन के समय उत्तराखंड में 9000 करोड़ का पूंजी निवेश था। जो बढ़ कर 35000 करोड़ तक पहुंच गया है। वर्ष 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी ने नैनीताल में उत्तराखंड के लिए औद्योगिक पैकेज की घोषणा की थी। वर्ष 2004 के बाद उत्तराखंड में औद्योगिक विकास में तेजी आई। एमएसएमई और बड़े उद्योगों में अब तक राज्य में करीब 48 हजार करोड़ का निवेश हुआ है।