PM मोदी ने साझा कीं ‘रुद्राक्ष’ की तस्वीरें, जानें शिवलिंग के आकार में बने रुद्राक्ष की खासियत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी में एक अत्याधुनिक केंद्र का उद्घाटन किया, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि यह उनके संसदीय क्षेत्र काशी व अन्य सम्मेलनों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन जाएगा और पर्यटकों और व्यापारियों को शहर की ओर खींचेगा। इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग और पारंपरिक केंद्र का नाम ‘रुद्राक्ष’ है। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से ‘रुद्राक्ष’ के एरियल शॉट्स भी शेयर किए।

पीएम मोदी ने इसके उद्घाटन समारोह में कहा, “अब जबकि पिछले 7 वर्षों में काशी को इतनी विकास परियोजनाओं से सजाया जा रहा है, तो रुद्राक्ष के बिना यह अलंकरण कैसे पूरा हो सकता है? अब जब काशी ने इस रुद्राक्ष को धारण कर लिया है तो काशी का विकास और चमकेगा और काशी की शोभा और बढ़ेगी।” प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “एक और व्यक्ति है जिनका मैं आज उल्लेख करना नहीं भूल सकता। जापान से मेरे एक और मित्र, शिंजो आबे। जब वे प्रधानमंत्री के तौर पर काशी आए थे, तो मैंने उनसे रुद्राक्ष के विचार पर चर्चा की थी। उन्होंने तुरंत अपने अधिकारियों को इस परियोजना पर काम करने के निर्देश दिए थे।”

बताते चलें कि ‘रुद्राक्ष’ नाम के इस कन्वेंशन सेंटर में अद्भुत और प्राचीन शहर बनारस की झलक दिखाई दे रही है। इस कन्वेंशन सेंटर में 108 रुद्राक्ष स्थापित किए गए हैं। इसे प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया जाता रहा है। इसकी छत शिवलिंग के आकार की है। रात में यह बिल्डिंग एलईडी लाइट से जगमगाएगी। 2.87 हेक्टेयर भूमि पर पॉश इलाके सिगरा में बने दो मंजिला कन्वेंशन सेंटर में एक बार में 1200 लोगों के बैठने की क्षमता है। यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों, प्रदर्शनियों, संगीत समारोहों आदि के आयोजन के लिए आदर्श है। इसमें एक आर्ट गैलरी भी बनाई गई है, जिसे काशी की कला, संस्कृति और संगीत को चित्रित करने वाले भित्ति चित्रों से सजाया गया है। JICA से सहायता प्राप्त वाराणसी का यह अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और कन्वेंशन सेंटर में एक बड़ा हॉल बनाया गया है। सेंटर में कई मीटिंग रूम भी हैं। बाहर 120 वाहनों के लिए बड़ी पार्किंग भी बनाई गई है। जरूरत पड़ने पर मुख्य हॉल को छोटे-छोटे हिस्सों में भी बांटा जा सकता है।

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